दूल्हे ने क्या रखी चार शर्तें दूल्हे बलेंद्र और दुल्हन कांता ने समाज के सभी रीति रिवाजों को दरकिनार करते हुए चार शर्तें रखी। पहली शर्त थी शादी में बैंडबाजा नहीं बजेगा, दूसरी पंडित नहीं बुलाया जाएगा, तीसरी दहेज नहीं लिया जाएगा, और चौथी ये कि कन्यादान की रस्म एक रुपए व नारियल देकर पूरी की जाए। दोनों की इन शर्तों को मान लिया गया और खुशी—खुशी ये डिमांड पूरी की गई।
नहीं किया गया दिखावा बलेंद्र के मुताबिक, बारात में चुनिंदा लोग शामिल हुए। शादी में किसी भी तरह का दिखावा नहीं किया गया और बेहद सादगी से बारात रवाना हुई। शादी में शरीक मेहमानों से कोई भी भात, उपहार या नेग भी नहीं लिया गया। एक रुपया व नारियल के साथ शादी सम्पन्न हुई।