यूनिवर्सिटी की इस रिसर्च के तहत दो ग्रुप्स के साथ एक्सपेरिमेंट किया गया। इसमें एक कंप्यूटर के जरिए एक वर्चुअल भूलभुलैया तैयार की गई। पुरुषों और महिलाओं के ग्रुप को इस भूलभुलैया के रास्ते दिखाए गए। इसके बाद दोनों ग्रुप से अपने-अपने रास्ते खोजने को कहा गया।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, पुरुषों ने इस टेस्ट में सबसे ज्यादा शॉर्टकट का इस्तेमाल किया और तेजी से अपनी मंजिल तक पहुंच गए। वहीं, महिलाओं ने उन्हीं रास्तों को चुना जिनपर उन्हें पूरा भरोसा था। इसका मतलब ये कि ऐसे मामलों में पुरुषों का दिमाग महिलाओं के मुकाबले काफी तेज चलता है।
टेस्ट के दौरान कई महिलाएं भूलभुलैया में भटकती रहीं, उन्हें रास्ता ही नहीं समझ आ रहा था। जानकारों की मानें तो महिलाओं को भूलभुलैया का लेआउट समझ नहीं आया था। वहीं, पुरुषों ने इसे तुरंत समझ लिया। ऐसे में ये साबित होता है कि किसी एरियल व्यू या किसी टिपिकल मैप को पुरुष बेहद आसानी से समझ जाते हैं।
बता दें, अक्सर ये कहा जाता है कि रास्ता ढूंढने में पुरुष महिलाओं से आगे रहते हैं। महिलाओं की ड्राइविंग को लेकर भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। कइर् बार लोग ये कहते हुए मिलते हैं कि महिला गाड़ी चला रही थी, इसलिए हादसा हुआ।