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बता दें, यह रिकॉर्ड ( world record ) इससे पहले भी एक चार साल की बच्ची के ही नाम पर था। लेकिन उसने केवल देशों के झंडे ही पहचाने थे। उन देशों की राजधानी के नाम नहीं बताए थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- वेयाशिनी जिस समय देशों के झंडों की पहचान करके उनकी राजधानी के नाम बता रही थी, उस समय ट्रंप वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे। विश्व रिकॉर्ड बनते ही वेयाशिनी को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने वेयाशिनी के इस काम को अनोखा कारनामा माना।
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वेयाशिनी चेन्नई ( Chennai News ) के पोरूर में स्थित एक स्कूल में यूकेजी में पढ़ती हैं। पिछले महीने ही वेयाशिनी के पिता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उकी याद करने की शक्ति अन्य बच्चों के मुकाबले ज्यादा है।