इसकी चमड़ी इतनी मोटी है की सिरिंज तक नहीं घुसी…
जब डॉक्टर ने बच्ची की जांच के लिए खून का नमूना लेने की कोशिश की तो मोटी चमड़ी में सिरिंज तक नहीं घुसी। ये बच्ची जन्म के समय बिलकुल सामान्य थी। इसका वजन 4 किलोग्राम था, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरते गए बच्ची का वजन बढ़ने लगा।
बच्ची के पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है…
हैरानी की बात तो यह है की ये बच्ची सिर्फ मां का दूध पीकर 20 किलोग्राम की हो गई है। हालांकि उसकी लंबाई सामान्य बच्चों की तरह ही है। दरअसल, बच्ची के पिता सूरज की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह अपनी बेटी का इलाज करवाने में असमर्थ हैं।
डॉक्टर को बच्ची की नस ढूंढने में हो रही है परेशानी…
बच्ची के पिता के पास जितने पैसे थे वह चाहत के टेस्टों में खर्च हो गए है। ऐसे में कोई समाज सेवी संस्था उनकी सहायता करें तो बच्ची को सामान्य अवस्था में लाया जा सकता है। इधर डॉक्टर भी कुछ नहीं बता रहे है क्योंकि बच्ची की नस ढूंढने में डॉक्टर को मुश्किल आ रही है।