नशे में बढ़ जाता है कॉन्फिडेंस
‘जर्नल ऑफ साइकोफार्माकोलॉजी’ में छपी एक रिसर्च के अनुसार, अल्कोहल की कुछ घूंट लेते ही अंदर का कॉन्फिडेंस बढ़ने लग जाता है और उस दौरान ये लोग कॉन्फिडेंट होकर अंग्रेजी भाषा में बात करने लग जाते हैं, जिनमें नॉर्मल समय में वे इसे बोलने में कतराते हैं।
पर्सनालिटी में आता है बदलाव
किए गए रिसर्च में यह बात सामने आई है कि शराब का सेवन करने के बाद से लोगों की याद्दाश्त और एकाग्रता पर असर पड़ता है। इस दौरान कुछ लोगों की पर्सनालिटी बिल्कुल बदल जाती है और उनका कॉन्फिडेंस तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसा होते ही वे उन चीजों पर फोकस करने लगते हैं, जिन्हें होश में रहने के दौरान करने से हिचकिचाते हैं।
दूसरी भाषा बोलने के अलावा कुछ लोग वो काम भी कर जाते है जो सामान्य रहने पर नही कर पाते। जैसे डांस करना या गाना गाना। वे शराब पीकर कॉन्फिडेंस में आकर खूब झूमते हैं। ऐसे लोग मस्त लाइफ जीने में यकीन रखते हैं। बैसे शराब पीना सेहत के लिए सही नही है। आप अपने कॉन्फिडेंस को बिना किसी की मदद लिए खुद बढ़ा सकते है।