पार्क के नए मालिक ने स्थानीय अपशिष्ट प्रबंधन कंपनी के मालिक हावर्ड हैकिन्स को इन प्रतिमाओं को दूर ले जाकर नष्ट करने के लिए कहा। लेकिन हैकिन्स पूर्व राष्ट्रपतियों के प्रति सम्मान दिखाते हुए इन मूर्तियों को नष्ट करने की बजाय अपने खेत में ले आए। इन प्रतिमाओं को खोदने में 10 लोगों को तीन सप्ताह लगे। इस दौरान कई मूर्तियों को नुकसान भी पहुंचा। इसके बाद प्रेसीडेंट्स पार्क से दस मील की दूरी पर हैकिन्स के खतों में लाया गया। इस पूरी प्रक्रिया में 50 हजार डॉलर खर्च हुए। 2013 के बाद से ये मूर्तियां ऐसे ही रखी हैं, बस इन कद्दावर पूर्व राष्ट्रपतियों की मूर्तियों के बीच एक खामोशी पसरी हुई है। साथ है तो बस मेंढक और सांपों का, जो इनके आसपास कभी कभार दिखते हैं।
ये उनके लिए मेरा सम्मान है, जिन्होंने अमरीका को मजबूत बनाया
डॉक्यूमेंट्री में जब हैकिंस से पूछा गया कि आपने इतना सब क्यों किया तो वे कहते हैं ये वही लोग हैं, जिन्होंने अमरीका को मजबूत देश बनाया। उसी देश में हम रहते हैं, ये उनके प्रति मेरा सम्मान था। ये खेत हैकिंस का है, लेकिन वे चाहते हैं कि फिर इन महान लोगों की मूर्तियों को लोग देखें। इसके लिए उन्होंने फोटोग्राफर और इतिहासकार जॉन प्लाशल से हाथ मिलाया है। हैकिन्स कहते हैं मूर्तियों के संरक्षण और इनको सही स्थान पर व्यवस्थित करने के लिए 15 लाख डॉलर (10 करोड़ 67 लाख रुपए) जुटाने होंगे। ये राशि मेरे लिए संभव नहीं, लेकिन मैं चाहता हूं कि इसके लिए कोई शैक्षिक पार्क बनाया जाए और इन महान नेताओं के बारे में बच्चों को बताया जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो मुझे बड़ी निराशा होगी।