जेनेट की ऐसी हालत देखने के बाद उनके पूरे परिवार में चीख-पुकार मच गई। जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में जब डॉक्टरों ने जेनेट की जांच की तो उनके भी होश उड़ गए। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि जेनेट अब पूरी तरह से वाइब्रोसिस नाम के जानलेवा बैक्टीरिया के कब्ज़ें में हैं। ये बैक्टीरिया जिस इंसान के साथ संपर्क में आता है, उनका शरीर गला देता है। जानकारी के मुताबिक जेनेट ने जो घोंघे खाए थे, उनमें वाइब्रोसिस बैक्टीरिया थे। जिन्होंने सीधे जेनेट के शरीर पर हमला कर दिया, क्योंकि जेनेट ने पका कर खाने के बजाए ज़िंदा ही खा लिया था।
अस्पताल में लगातार 21 दिनों तक वाइब्रोसिस बैक्टीरिया से जंग लड़ते रहने के बाद जेनेट ने दम तोड़ दिया। हालांकि डॉक्टरों ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश करीं, लेकिन वे भी वाइब्रोसिस बैक्टीरिया के आगे हार गए। डॉक्टरों ने बताया कि जेनेट ने इन वाइब्रोसिस बैक्टीरिया का 21 दिनों तक मुकाबला किया। जबकि आमतौर पर ये बैक्टीरिया जिस इंसान पर भी हमला करते हैं, उनकी 36 से 48 घंटे के अंदर ही मौत हो जाती है। जेनेट का इलाज करने वाले डॉक्टरों की मानें तो ये खतरनाक बैक्टीरिया सबसे पहले शरीर के अंदरुनी अंगों को गलाते हैं, जिसके बाद ये बाहरी शरीर को भी नष्ट करने लगते हैं।