एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सालों पहले वह अपने जानवरों के लिए घास काटने गई थी तभी उसे एक ब्लैक कोबरा ने काट लिया था। जब वह लौटी तो उसके परिजनों ने उसको झांड़-फूंक करने वाले एक बाबा के पास ले गए। बाबा के सारे तरीके बेअसर साबित हुए और उसके बाद परिजनों ने समझा कि उसकी मौत हो गई है। सांप के काटने से उसकी मृत्यु नहीं हुई थी बल्कि वह केवल बेहोश हो गई थी एवं पास ही के एक गांव में निवास करने वाले रामशरण नामक शख्स ने उसकी जान बचाई थी। घटना के दिन वह बेहोश हो गई थी। उन्होंने अपनी याददाश्त खो दी थी। कुछ ही दिन पहले उनकी याददाश्त वापस आई तो उन्होंने एक लड़की को सब कुछ बताया। 40 साल बाद अचानक से दरवाजे पर अपनी मां को देखकर उनकी बेटियों राजकुमारी और मुन्नी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पूरी कहानी सुनने के बाद हर कोई इसे बॉलीवुड की फिल्म से कम नहीं समझता। हालांकि अब विलासा देवी हंसी ख़ुशी अपने परिवार के साथ रहती हैं उन्हें घर वापस आए लगभग दो साल हो गए हैं।