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बताया जाता है कि पति की मौत के बाद साल्तिकोवा काफी अकेला महसूस करती थी। इसी बीच एक शख्स से उसकी जान-पहचान हुई और दोनों एक—दूसरे को चाहाने लगे। तभी एक दिन साल्तिकोवा को पता चला कि उसके प्रेमी का किसी और महिला से भी संबंध हैं। ये बात सुनकर वह काफी गुस्से में आ गई और उसने अपने प्रेमी को गुस्से में पीट—पीटकर अधमरा कर दिया। बताया जाता है कि इसके बाद से महिला अपनी सारी नाराजगी सेविकाओं पर निकालने लगी।
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इतिहासकारों के मुताबिक साल्तिकोवा की बर्बरता इतनी बढ़ गई थी कि वह कि वह बच्चियों और गर्भवती महिलाओं पर भी जुल्म करती थी। उनके शरीर पर खौलता हुआ पानी डाल देती थी। यही नहीं उसने 100 से ज्यादा हत्याएं भी की हैं। हालांकि उसके आतंक से परेशान होकर लोगों ने रूस की रानी कैथरीन द्वितीय से उसकी शिकायत की। लिहाजा 1762 में साल्तिकोवा को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे 38 सेविकाओं की हत्या का दोषी पाया गया। उसे एक अंधेरे कमरे में जंजीरों से बांधकर रखा गया था। 11 साल तक वह कमरे में कैद रही। इसके बाद साल 1801 को उसकी मौत हो गई।