scriptअनोखा मंदिर! फर्श पर सोने मात्र से महिलाएं हो जाती है गर्भवती | women get pregnant by sleeping on temple floor | Patrika News

अनोखा मंदिर! फर्श पर सोने मात्र से महिलाएं हो जाती है गर्भवती

locationमुंबईPublished: Oct 26, 2020 06:18:09 pm

Submitted by:

Shaitan Prajapat

यह दुनिया अजीबो-गरीब चीजों से भरी हुई है। इस धरती पर कई ऐसी जगह जो अपने आप में बहुत खास है। आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में विश्वास करना बहुत मुश्लिक है। जी हां, एक ऐसा मंदिर है जिसकी फर्श पर सोने से महिलाए गर्भवती हो जाती है।

 temple floor

temple floor

यह दुनिया अजीबो-गरीब चीजों से भरी हुई है। इस धरती पर कई ऐसी जगह जो अपने आप में बहुत खास है। आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जिसके बारे में विश्वास करना बहुत मुश्लिक है। जी हां, एक ऐसा मंदिर है जिसकी फर्श पर सोने से महिलाए गर्भवती हो जाती है। हिमाचल प्रदेश के एक अनोक मंदिर है जो काफी मशहूर है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में फर्श पर सोने महिलाओं की गोद भर जाती है। इस चमत्कार मंदिर को लेकर लोग संतान दात्री भी कहते है। ऐसा कहा जाता है कि शादी के लंबे समय बाद भी महिलाओं को संतान का सुख नहीं मिला तो है, नीम हकीम और साधू संत की राय लेने के बाद भी उनको कोई लाभ नहीं हुआ। ऐसी महिलाओं को इस मंदिर में एक बार आना चाहिए।


मंडी जिले में है ये मंदिर
यह चमत्कारी मंदिर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के लड़भडोल तहसील के सिमस गांव में एक देवी का मंदिर है। इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि निसंतान महिलाओं के फर्श पर सोने से संतान की प्राप्ति होती है। नवरात्रों में हिमाचल के पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से ऐसी सैकड़ों महिलाएं इस मंदिर की ओर रूख करती हैं जिनके संतान नहीं होती है। ऐसा कहा जाता है कि यहा आने के बाद कई महिलाओं को संतान की प्राप्ति हुई है।

यह भी पढ़े :— यहां रावण को मानते हैं गुरु: दशानन के लिए रखते हैं उपवास, दशहरे पर करते हैं विशेष पूजा

 temple floor

संतान दात्री के नाम से मशहूर
यह मंदिर सिमस नामक खूबसूरत स्थान पर स्थित माता सिमसा मंदिर दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। माता सिमसा या देवी सिमसा को संतान-दात्री के नाम से भी जाना जाता है। हर वर्ष यहां निसंतान दंपति संतान पाने की इच्छा ले कर माता के दरबार में आते हैं। नवरात्रों में होने वाले इस विशेष उत्सव को स्थानीय भाषा में सलिन्दरा कहा जाता है। सलिन्दरा का अर्थ है स्वप्न आना।

 

यह भी पढ़े :— अनोखी शादी! बहन को भात में दिए पांच क्विंटल प्याज, मामा बोले- महंगे गिफ्ट से कम नहीं

 temple floor

ये है मान्यता
मान्यता के अनुसार, यदि कोई महिला सपने में कोई कंद-मूल या फल प्राप्त करती है तो उस महिला को संतान का आशीर्वाद मिल जाता है। यहां तक की देवी सिमसा आने वाली संतान के लिंग-निर्धारण का भी संकेत देती है। जैसे कि यदि किसी महिला को अमरुद का फल मिलता है तो समझ लें कि लड़का होगा। अगर किसी को सपने में भिन्डी प्राप्त होती है तो समझें कि संतान के रूप में लड़की प्राप्त होगी। यदि किसी को धातु, लकड़ी या पत्थर की बनी कोई वस्तु प्राप्त हो तो समझा जाता है कि उसके संतान नहीं होगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो