रोहित पेटीएम में एक इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे, कंपनी में रोहित को पद के मुताबिक अच्छी-खासी सेलरी भी मिलती थी। रोहित प्रतिमाह सेलरी के रूप में 1.60 लाख रुपये कमाते थे। बिहार के रहने वाले रोहित इस बार
छठ पूजा पर अपने घर जाना चाहते थे, लिहाज़ा उन्होंने कंपनी के मैनेजर को छठ पूजा की छुट्टी लेने के लिए लेटर लिखा था। रोहित द्वारा मांगी गई छुट्टी की अर्ज़ी को मैनेजर ने सिरे से नकार दिया। जिसके बाद रोहित ने ज़्यादा कोई सोच-विचार नहीं किया। रोहित ने घर जाकर छठ पूजा मनाने के लिए कंपनी से इस्तीफा दे दिया।
रोहित द्वारा उठाए गए इस कदम से पूरी कंपनी में हलचल मच गई। रोहित के दोस्त उनके इस फैसले से काफी हैरान हैं। हालांकि रोहित के घर वालों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा, बल्कि वे रोहित को घर पर देखकर काफी खुश दिखे। रोहित के इस फैसले से इतना तो साफ हो गया कि शख्स की सेलरी चाहे जितनी भी हो, छठ की महिमा के सामने 1.60 लाख रुपये का मासिक वेतन भी हल्का पड़ जाता है। छठ पूजा के प्रति ऐसी दीवानगी के पीछे रोहित के एक परिजन ने बताया कि उन्हें बचपन से ही इस महापर्व से काफी लगाव रहा है। बीसीए के टॉप स्टूडेंट रहे रोहित के लिए नौकरी के लिए ज़्यादा चक्कर काटने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि नौकरी छोड़ते ही रोहित के पास एक से बढकर एक नौकरी के ऑफऱ आ रहे हैं।