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खुद को बनाएं एक थॉट लीडर

Published: Oct 13, 2017 11:23:15 am

एक बेहतरीन थॉट लीडर बनने के लिए सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछें कि आप किसी चीज को कितनी शिद्दत से चाहते हैं

Thought leader

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एक थॉट लीडर बनकर आप दूसरों को सही राह दिखा सकते हैं। एक बेहतरीन थॉट लीडर बनने के लिए सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछें कि आप किसी चीज को कितनी शिद्दत से चाहते हैं। जब किसी खास विषय पर किसी शख्स के विचारों से बहुत से लोग प्रभावित होते हैं तो उस शख्स को थॉट लीडर कहा जाता है। एक थॉट लीडर वह शख्स होता है जिसकी बात से बहुत से लोग प्रभावित और प्रेरित होते हैं। हालांकि, एक थॉट लीडर बनना काफी मुश्किल है। इसके लिए बहुत मेहनत, निष्ठा और रचनात्मकता की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कि आप किन तरीकों को अपनाकर एक बेहतरीन थॉट लीडर बन सकते हैं –
अपने विषय से प्यार करें

एक बेहतरीन थॉट लीडर बनने के लिए आपको अपने विषय के बारे में लिखना होगा, बोलना होगा, विडियो बनाने होंगे और उसके बारे में नए आइडिया खोजने होंगे। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आपको अपने विषय से लगाव हो। साथ ही, आप उस विषय से जुड़ी हर बात और चीज को दिल से जानना चाहते हों।
हमेशा विश्वसनीय रहें

यकीन मानिए कि जो आप कह रहे हैं या लिख रहे हैं, उस पर जब तक आप खुद विश्वास नहीं करते, कोई उसे नहीं मानता। अत: जब भी कुछ कहें या लिखें तो उसके प्रति विश्वसनीय रहें। इसके बाद ही आपके ऑडियंस भी आप पर विश्वास कर पाएंगे।
अपना नेटवर्क बढ़ाएं

किसी भी विषय पर ज्यादा से ज्यादा जानकरी इकट्ठी करने से ही आप एक अच्छे थॉट लीडर बन सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप अपना नेटवर्क बढ़ाएं। नेटवर्क बढ़ाने से आपको नए आइडिया और नए विचार भी जानने को मिलेंगे।
सफलता के लिए करें एक्सपेरिमेंट

मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी के नाम से ज्यादातर लोग वाकिफ होंगे। यूट्यूब पर उपलब्ध उनके वीडियो लोगों को काफी प्रेरणा देते हैं। संदीप देश के जाने-माने एंटरप्रेन्योर्स में से हैं। इमेजेजबाजार डॉट कॉम के फाउंडर और सीईओ संदीप उन लोगों में से हैं, जिन्होंने काफी संघर्ष किया, बार-बार फेलियर का भी सामना किया, लेकिन इसके बावजूद तेजी से कामयाबी की ओर बढ़े। उन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए काफी काम किए। दिल्ली में जन्मे संदीप जीवन में बहुत कुछ करने की सोच रखते हैं। इसी सोच ने आज उन्हें यह मुकाम दिलाया है। संदीप जब १०वीं क्लास में थे, तब उनके पिता का एल्युमिनियम का बिजनेस ठप हो गया। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई। ऐसे समय में संदीप ने परिवार को हिम्मत बंधाई। उनकी मां ने खजूर के पान बनाना शुरू किया, जिसे संदीप बेचा करते थे। इस पर उन्होंने खूब मेहनत की, लेकिन यह ज्यादा चल नहीं पाया। इसके बाद एसटीडी, पीसीओ की दुकान खोली लेकिन यह भी बंद करनी पड़ी। उन्होंने एक सेमिनार में हिस्सा लिया, जिसमें महज २१ साल का एक लडक़ा स्पीकर था। उस लडक़े का यह कहना दिल को छू गया कि ‘मेरी उम्र २१ साल है और मैं डेढ़ लाख रुपए महीना कमा रहा हूं।’ उस वक्त संदीप के जेहन में ‘आसान है’ शब्द आया, जो कि उनके मोटिवेशनल स्पीच की थीम है। इसी ने उनमें एनर्जी ला दी। वह भी ऐसा ही करना चाहते थे, लेकिन यहां उन्हें किन्हीं कारणों से विफलता हाथ लगी। फिर किसी के उनके लुक्स की तारीफ करने पर वह मॉडलिंग करने लगे। इसी दौरान उन्होंने फोटोग्राफी सीखी और उसका बिजनेस शुरू किया। उन्हें धीरे-धीरे कामयाबी मिली। फिर उन्होंने फोटोग्राफी में लिम्का बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। इसके बाद २००६ में उनके दिमाग में इमेजेजबाजार का आइडिया आया। यह भारतीय चीजों और लोगों से जुड़े फोटोज का बड़ा ऑनलाइन कलेक्शन है। साथ ही वह लाइफ चेंजिंग सेमिनार देकर भी लाखों यंगस्टर्स को मोटिवेट करते हैं।
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