खुल के इजहार इश्क का कर दो
इन इशारों से कुछ नहीं होगा। कोई मुश्किल अगर जो आई तो
मेरे यारों से कुछ नहीं होगा। इश्क ख़ुशबू है फैल जाएगा
राजदारों से कुछ नहीं होगा।
इन इशारों से कुछ नहीं होगा। कोई मुश्किल अगर जो आई तो
मेरे यारों से कुछ नहीं होगा। इश्क ख़ुशबू है फैल जाएगा
राजदारों से कुछ नहीं होगा।
Best Poetry in Hindi: यहां जुड़िए पत्रिका के ‘परिवार’ फेसबुक ग्रुप से। यहां न केवल आपकी समस्याओं का सामाधान मिलेगा बल्कि यहां फैमिली से जुड़ी कई गतिविधियां भी पूरे सप्ताह देखने-सुनने को मिलेंगी। यहां अपनी रचनाओं (कविता, कहानी, ब्लॉग आदि) भी शेयर कर सकेंगे। इनमें चयनित पाठनीय सामग्री को अखबार में प्रकाशित किया जाएगा। अपने सवाल भी पूछ सकेंगे। तो अभी जॉइन करें पत्रिका ‘परिवार’ का फेसबुक ग्रुप Join और Create Post में जाकर अपना लेख/रचनाएं/सुझाव भेज देवें। patrika.com