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संतुलित होना सिखाता है मेडिटेशन

Published: Dec 19, 2014 12:46:00 pm

खुश रहना अपने आप में एक मेडिटेशन है। मेडिटेशन के वक्त हमेशा अपने चेहरे पर स्माइल
रखें

इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने लिए वक्त निकालना सबसे बड़ी उपलब्घि है। क्या आप जानते है कि
इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने लिए वक्त निकालना सबसे बड़ी उपलब्घि है। क्या आप जानते है कि दिन भर काम करना और अपने लिए वक्त ही नहीं होना आपको चिड़चिड़ा बना देता है। एक शोध के अनुसार जो लोग अपने लिए वक्त नहीं निकाल पाते वे किसी भी काम को अच्छी तरह नहीं कर सकते क्योंकि वे अपने आप से संतुष्ट नहीं होते।


कई लोग पूरा हफ्ता, महीना या छह महीने काम करते है और फिर एक लम्बी छुट्टी लेते हैं लेकिन सोचने की बात यह है वे इस छुट्टी से कितना रिलीफ ले पाते हैं। ज्यादातर लोगों के लिए छुट्टी का मतलब होता है, सोना, घूमना और दोस्तों के साथ पार्टी करना। जबकि छुट्टी का सही मतलब है अपने आप को अगले काम के लिए तैयार करना।


खुद को संतुलित और केंद्रित रखने के लिए जरूरी है सारी परेशानियों और चिन्ताओं से दूर रहना। जिसका सबसे सही तरीका है खुद का विश्लेषण करना और मेडिटेट करना। आइए जानते है मेडिटेशन किस तरह मदद करेगा आपको खुद से मिलाने में, बस जरूरी है सही प्रक्रिया को अपनाना।


– सही समय पर किया हुआ काम ही लाभकारी होता है। इसी तरह मेडिटेशन के लिए भी सही समय का चुनना जरूरी है क्योंकि यह आपके रिलेक्स होने का वक्त है। सुबह और शाम का वक्त सबसे ज्यादा सही होता है।


– किसी शांत जगह पर ध्यान लगाएं, जहां आपको डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं हो। जहां आप अपने मेडिटेशन को एंजॉय कर सकें।


– मेडिटेशन के लिए सही पॉस्चर में बैठना जरूरी है। कंधों और गर्दन को सीधा रखें। ध्यान रखें कि आप कम्फर्टेबल हों।


– खाली पेट मेडिटेशन करना आपको फायदा देगा, लेकिन जब आपको बहुत भूख लग रही हो तब मेडिटेशन नहीं करें। खाना खाने के बाद कम से कम दो घंटे का अंतराल रखें।


– मेडिटेशन शुरू करने से पहले थोड़ा सा वॉर्म अप कर लें, इससे आप ध्यान में ज्यादा देर बैठ पाएंगे।


– नाड़ी शोधन प्राणायाम अथवा 10-12 बार गहरी सांस लें। इससे आप अपनी सांस पर ध्यान केन्द्रित कर पाएंगे।


– खुश रहना अपने आप में एक मेडिटेशन है। मेडिटेशन के वक्त हमेशा अपने चेहरे पर स्माइल रखें, यह आपके मेडिटेशन के अनुभव को और बढ़ा देगा।


– जब आप मेडिटेशन से बाहर आने वाले हों तब आंखें खोलने की जल्दी नहीं करें। धीरे धीरे आंखें खोलकर खुद से और अपनी आसपास की चीजों से रूबरू हों।


आपका दिन चाहे कैसा भी हो, जरूरी है दिन की शुरूआत और अंत अच्छा हों। इस वक्त आप केवल अपने साथ होते हैं। हर रोज मेडिटेशन आपके मन को शांति देगा और आप अपने काम पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे।

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