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पहचानें अपनी सच्ची खुशी को

Published: Mar 09, 2015 01:36:00 pm

काम में मिलने वाली खुशी ही आपको सफलता के नजदीक लेकर जाती है,  और दूसरे लोगों
से तारीफ दिलाती है

खुशी पाना बहुत आसान है, लेकिन अधिकतर लोग इसे पाने की जद्दोजहद में कुछ ऎसे उलझ जाते हैं कि यह उतनी ही दूर होती चली जाती है। असल में खुशी छोटी-छोटी चीजों में छिपी है। अगर आप च ीजों को आसान करने की कोशिश करेंगी, खुशी अपने आस-पास ढूंढेंगी तो यह आपको मिल ही जाएगी। कहीं ऎसा तो नहीं कि खुशी की तलाश में आप कुछ ऎसा किए जा रही हैं…

ऎसी नौकरी, जो आपको पसंद नहीं
अपने भारी-भरकम बिल अदा करने, बैंक अकाउंट में भरपूर पैसा होने और ऎशो-आराम भरी जिंदगी जीने की चाह में आप नौकरी करने लगती हैं और नौकरी भी ऎसी, जो आपके मन की नहीं है। असल में जिंदगी में वह करना महत्वपूर्ण है, जिसमें आपको खुशी मिलती है। काम में मिलने वाली खुशी ही आपको सफलता के नजदीक लेकर जाती है और आपको दूसरे लोगों से तारीफ भी दिलाती है। इसलिए काम ऎसा करें, जो आपके मन का हो।

किसी रिश्ते में उलझन
कोई भी रिश्ता संपूर्ण या परफेक्ट नहीं होता। हर दंपती की आपस में तकरार होती है और उन्हें अपने तमाम झगड़ों को सुलझा कर साथ रहना होता है। अपने रिश्ते पर जब-तब नजर डालती रहें और देखें कि क्या आपके और आपके हमसफर के बीच कुछ ऎसा है, जिसका सुलझना जरूरी है। जो भी चीजें आपके बस में हैं, उनकी मदद से अपने रिश्ते को बचाएं।

बहुत ज्यादा टीवी देखना
काम से छुट्टी लेकर या काम खत्म करके सोफे पर बैठ कर टीवी द ेखना बहुत रिलेक्स करता है, लेकिन एक बार सोचें तो सही कि क्या यह वाकई आपको खुशी दे रहा है। क्या छुट्टी के दिन आप कोई और ऎसा काम नहीं कर सकतीं, जिससे आपको आराम मिले या आप रिलेक्स महसूस करें।

शिकायत
अपने डर और अवसाद से बाहर आना हमेशा अच्छा होता है, लेकिन इसके लिए आप हर वक्त शिकायत न करती रहें। कई बार ऎसा होता है कि अपने डर से बाहर निकलने के लिए आप हर वक्त शिकायत करती रहती हैं, लेकिन कोई कदम नहीं उठातीं। ऎसा करके आप अपने आस -पास के लोगों को परेशान ही करती हैं।

दूसरों का मजाक उड़ाना
हंसी-मजाक बहुत अच्छा है, लेकिन यह सीमा से बाहर नहीं होना च ाहिए। अपनी हंसी के लिए दूसरों की भावनाओं से मत खेलिए और न ही उनका मजाक उड़ाइए।

नया ही सब कुछ है
आपको नवीनतम मॉडल की कार, फोन या टेबलेट खुश नहीं रख सक ता। खुशी छोटी-छोटी चीजों में छिपी होती है। इसलिए जब आपके पास सब कुछ अत्याधुनिक होगा, खुशी आपको तभी मिलेगी, ऎसा सोचने की भूल न करें। अपने आप से पूछें कि क्या आपको वाकई में इन चीजों की जरूरत है और उन चीजों के लिए पैसे खर्च मत कीजिए, जिनकी आपको वास्तव में जरूरत नहीं है। वे चीजें खरीदिए, जो आपकी जिंदगी में गुणवत्ता का इजाफा करती हों और आपको अंदर से खुशी देती हों।
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