हालांकि इराकी सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह हमला बीच बाजार में किया गया है। इन दो अलग-अलग बयानों का तत्काल समाधान नहीं हो पाया है। अधिकारियों ने पहचान उजागर नहीं होने की शर्त पर बताया कि उन्हें मीडिया से बात करने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है।
आने वाले दिनों में आठवीं सदी के इमाम मूसा अल काजिम के पुण्यतिथि समारोह के सिलसिले में इस पवित्र धर्मस्थल पर पूरे इराक से बड़ी संख्या में शिया श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। फिलहाल किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि इस्लामिक स्टेट शिया श्रद्धालुओं और बगदाद के शिया बहुल इलाकों में लोगों को निशाना बनाकर हमले करने की जिम्मेदारी लेता रहा है। आईएस शियाओं को विधर्मी मानता है।