script21 percent parents excepted that his child slept empty stomach poverty | बांग्लादेश से अमरीका तक छाई भुखमरी, 21 फीसदी माता-पिता ने स्वीकारा उनके बच्चे महीने में कई बार रहे भूखे | Patrika News

बांग्लादेश से अमरीका तक छाई भुखमरी, 21 फीसदी माता-पिता ने स्वीकारा उनके बच्चे महीने में कई बार रहे भूखे

locationनई दिल्लीPublished: Nov 13, 2023 09:07:38 am

Submitted by:

Swatantra Mishra

Poverty is on peak in the world: हाल ही में 16 देशों में एक सर्वे कराया गया जिसमें पाया गया कि महंगाई और जीवनयापन की बढ़ती लागत के चलते बच्चों को महीने में कई बार भूखे सोने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस सर्वे में दुनिया के सुपरपावर से लेकर संपन्नत देश तक शामिल किए गए। उनकी हालत बांग्लादेश के मुकाबले कुछ खास अच्छी नहीं पाई गई। आइए पढ़ते हैं कि नई रिपोर्ट में और क्या है?

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New Report on world poverty: वर्ल्ड विजन इंटरनेशनल की ओर से 16 देशों में किए गए एक नई इप्सोस स्टडी ने खुलासा किया है कि महंगाई और जीवनयापन की बढ़ती लागत दुनियाभर में भुखमरी बढ़ा रही है। वैश्विक सर्वे में 21 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया कि उनके बच्चे पिछले 30 दिनों में कुछ बार भूखे पेट सोए। दस में से चार (37%) अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों को दैनिक आधार पर आवश्यक उचित पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं। इसके अलावा, लगभग आधे (46%) वयस्कों का कहना है कि वे पिछले 30 दिनों में भोजन खरीदने के लिए पैसे जुटाने को लेकर चिंतित रहे। यह आंकड़ा कम आय वाले देशों में बढ़कर 77% हो गया।

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