आपको बता दें कि अधिकांश योग चिकित्सक या टीचर इसको कुछ ही सेकंड तक कर पाते हैं, लेकिन दुबई में रहने वाले भारतीय टीचर यश मनसुखभाई मोरडिया ने इसे 29 मिनट चार सेकंड तक करके पूराना गिनीज वर्ड रिकार्ड तोड़ दिया है। इससे पहले यह रिकार्ड 4 मिनट 47 सेकंड का था, जिसे बड़े अंतर से तोड़ा है।
कोरोना महामारी के दौरान अभ्यास कर बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसके बारे में घोषणा करते हुए बताया कि यश मनसुखभाई मोरडिया इस मुद्रा के लिए कोरोना महामारी के दौरान घर पर अभ्यास किया। उन्होंने यह रिकार्ड बनाने के लिए लगभग दो साल तक अभ्यास किया। यश मनसुखभाई मोरडिया ने बताया कि उन्होंने 2017 में योग के लिए शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा किया है। उन्होंने बताया कि मैने योग को फिटनेस के लिए स्वास्थ्य सुधारने के लिए चुना है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह जब 8 साल के थे, तब से योग कर रहे हैं।
2010 से नियमित योग अभ्यास कर रहे हैं यश मनसुखभाई मोरडिया
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने वाले यश मनसुखभाई मोरडिया ने बताया कि मैने 2010 से नियमित योग अभ्यास शुरू किया है। उन्होंने कहा कि मैं उच्च प्रभाव वाले योग मुद्राओं के माध्यम से शरीर में ताकत और लचीलेपन के निर्माण पर केंद्रित रहता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी उपलब्धि केवल शारीरिक नहीं है, इसमें आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति के साथ बहुत कुछ है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने के लिए पांच साल पहले सोचा
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने के बाद यश मनसुखभाई मोरडिया ने कहा कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना मेरे जीवन में एक लंबे समय से प्रतीक्षा वाला खुशी का क्षण है। मैंने इसके बारे में पांच साल पहले सोचना शुरू किया और पूरे दो साल के लिए खुद को इसके लिए प्रतिबद्ध किया।
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