तुर्की की एक अदालत ने आतंकवादी संगठन को मदद करने पर एमनेस्टी इंटरनेशनल के तुर्की निदेशक सहित छह मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में रखने का आदेश दिया है। इस मामले को गैर सरकारी संगठन ने ‘न्याय का मखौल’ करार दिया है।
इंस्ताबुल। तुर्की की एक अदालत ने आतंकवादी संगठन को मदद करने पर एमनेस्टी इंटरनेशनल के तुर्की निदेशक सहित छह मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में रखने का आदेश दिया है। इस मामले को गैर सरकारी संगठन ने ‘न्याय का मखौल’ करार दिया है। तुर्की में संस्था के निदेशक इदिल इसेर को बुयुकाडा में एक डिजिटल सुरक्षा और सूचना प्रबंधन वर्कशॉप के दौरान सात अन्य कार्यकर्ताओं और दो विदेशी प्रशिक्षकों के साथ पांच जुलाई को हिरासत में लिया था।
अभिव्यक्ति की आजादी कम होने की आशंका
एमनेस्टी इंटरनेशनल के तुर्की शोधकर्ता एंड्रयू गार्डनर ने बताया कि, ‘छह अभी भी हिरासत में हैं और चार अन्य को न्यायिक नियंत्रण में रिहा कर दिया गया है।’ उन्होंने बताया कि अभियोजन पक्ष ने उन पर ‘सदस्य हुए बगैर एक आतंकवादी संगठन के नाम पर अपराध करने’ का आरोप लगाया है। इन लोगों को हिरासत में लिये जाने की खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय है और राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन के शासनकाल में अभिव्यक्ति की आजादी कम होने की आशंका है।