18 महीने का ये बच्चा अफगानिस्तान के दाईकुंडी गांव में पैदा हुआ और अब अपने नाम की वजह से प्रसिद्ध हो गया। पैदा होने पर पिता सैयद असदुल्लाह ने जब इस खूबसूरत बच्चे के भूरे बाल और चमकीली आंखे देखी तो तभी मन बना लिया कि बेटे का नाम डोनाल्ड ट्रंप रखेंगे। सैयद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ में बोले कि ‘उनमें बहुत खूबियां हैं। ट्रंप एक अच्छे राजनेता,एक सक्षम इंसान और एक अनुभवी लेखक हैं। ट्रंप ने कई अच्छी किताबें भी लिखीं हैं और वो एक कामयाब बिजनेसमैन भी रहे हैं। एक अच्छा इंसान और इतनी खूबियां होने पर ही हमने अपना बेटे का नाम डोनाल्ड ट्रंप रखने फैसला किया।’
‘गैर इस्लामिक नाम ‘रखने पर मिली धमकियां- यह बच्चा सोशल मीडिया पर खूब छाया हुआ है और इस्लामिक कट्टरपंथियों से उसके पेरेंट्स को ‘गैर इस्लामिक नाम’ रखने पर धमकियां भी मिल रही है। सईद ने कहा कि बच्चे की तस्वीर फेसबुक पर डालने के बाद से लोगों ने आपत्ति व्यक्त की है।
गरीब किसान परिवार से है सैयद-
एक अंतराष्ट्रीय अखबार के अनुसार सैयद एक गरीब किसान परिवार से आता है। लेकिन फिर भी सैयद ने अपनी पढ़ाई पूरी की साथ ही डोनाल्ड ट्रंप की रचनाओं को भी पढ़ते हैं। सैयद के गांव में एक संस्था ने सोलर पैनल वाला टीवी लगाया है जिसमें सैयद ट्रंप के सारे प्रोग्राम भी देखते हैं। असदुल्लाह को भरोसा है कि उनके इस कदम से एक दिन उनकी किस्मत जरूर बदलेगी।
एक अंतराष्ट्रीय अखबार के अनुसार सैयद एक गरीब किसान परिवार से आता है। लेकिन फिर भी सैयद ने अपनी पढ़ाई पूरी की साथ ही डोनाल्ड ट्रंप की रचनाओं को भी पढ़ते हैं। सैयद के गांव में एक संस्था ने सोलर पैनल वाला टीवी लगाया है जिसमें सैयद ट्रंप के सारे प्रोग्राम भी देखते हैं। असदुल्लाह को भरोसा है कि उनके इस कदम से एक दिन उनकी किस्मत जरूर बदलेगी।
गांव छोड़ दिया लेकिन नहीं बदला नाम- सैयद ने बताया कि उनके इस नाम से परिवार वाले काफी नाराज हुए यहां तक सैयद के पिता ने नाम लेने से भी मना कर दिया था। लेकिन सैयद ने अपने बेटे का नाम नहीं बदला और गांव छोड़कर काबुल जाना ही बेहतर समझा।