पाकिस्तान अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार शाहीन-III सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर है जो इसे भारत के पूर्वोत्तर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे दूर के बिंदु तक पहुंचने में सक्षम बनाती है। बैलिस्टिक मिसाइल सॉलिड-फ्यूल है और पोस्ट-सेपरेशन एल्टीट्यूड करेक्शन (PSAC) सिस्टम से लैस है।
बता दें कि पाकिस्तान पहले भी सतह से साथ पर मार करने वाली इस बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट कर चुका है। इस मिसाइल का पहली बार टेस्ट मार्च 2015 में किया गया था। ध्यान देने वाली बात ये है कि पाकिस्तान ने इस मिसाइल का टेस्ट ऐसे समय में किया है जब देश में सियासी संकट अपने चरम पर है। पाकिस्तान की सभी विपक्षी पार्टियां इमरान खान के खिलाफ एकजुट हो गई हैं।
बता दें कि पाकिस्तान पहले भी सतह से साथ पर मार करने वाली इस बैलिस्टिक मिसाइल का टेस्ट कर चुका है। इस मिसाइल का पहली बार टेस्ट मार्च 2015 में किया गया था। ध्यान देने वाली बात ये है कि पाकिस्तान ने इस मिसाइल का टेस्ट ऐसे समय में किया है जब देश में सियासी संकट अपने चरम पर है। पाकिस्तान की सभी विपक्षी पार्टियां इमरान खान के खिलाफ एकजुट हो गई हैं।
ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया जहां इमरान खान को हार का सामना करना पड़ा। कोर्ट ने पहले अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए आदेश दिया फिर नैशनल असेंबली को भंग किये जाने को असंवैधानिक करार दिया था। इसी आदेश के तहत आज इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव का सामना भी करना पड़ सकता है।