यंग साइंटिस्ट के विजेता को पुरस्कार स्वरूप 25 हजार डॉलर (करीब 18 लाख रुपए) दिए जाते हैं। कारा ने थ्री एम संस्था और डिस्कवरी एजुकेशन के पैनलिस्ट के समक्ष 9 अन्य प्रतिभागियों को पीछे छोड़ा। कारा को उम्मीद है कि इससे दवा प्रतिरोधी संक्रमण से जुड़े मामलों में कमी आएगी।
कारा सहित टॉप 10 फाइनलिस्ट ने पैनल के सामने अपने प्रॉजेक्ट को प्रदर्शित किया। दूसरे स्थान पर रही कैरोलिन ने ऐसी ट्रेन का मॉडल विकसित किया है, जो जीवाश्म ईंधन की बजाय सौर ऊर्जा से चलेगी। इसके अलावा फराज तंबोली ने संकेत को भाषा में बदलने वाला डिवाइस बनाया है।