प्रवासन को कम करने के लिए वीजा नियमों में बदलाव
इस वीजा (Australia Student Visa) के पैरामीटर में वास्तविक छात्र परीक्षा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए सिरदर्द बन गया है। क्योंकि ये वीजा सिर्फ पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए ही होगा। पढ़ाई खत्म होने के बाद वे ऑस्ट्रेलिया में नहीं रुक सकते हैं। वीजा संबंधी इस बदलाव को लेकर ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्रालय के मंत्री क्लेयर ओनील ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस सप्ताह के आखिर में ऑस्ट्रेलिया में प्रवासन के स्तर को कम करने पर जोर दिया जाएगा। हमें विरासत में मिली इस कमजोर प्रणाली को पटरी पर लाने का काम कर रहे हैं।
अंग्रेजी भाषा में लाने होंगे इतने नंबर
प्रवासन (Immigration) पर रोक लगाने के लिए ये नियम बीते साल दिसंबर में लाए गए थे। इन नए पैरामीटर्स में विदेशी छात्रों को अंग्रेजी भाषा में अच्छे नंबर लाना अनिवार्य है। अस्थायी स्नातक वीज़ा के लिए अब ये स्कोर 6.0 से बढ़कर 6.5 किया गया है। स्टूडेंट वीजा के लिए ये स्कोर 5.5 से बढ़कर 6.0 हो जाएगा। वहीं यूनिवर्सिटी फाउंडेशन या पाथवे प्रोग्राम के छात्रों को ये स्कोर 5.5 की जरूरत होगी।
ऑस्ट्रेलिया में इतने बढ़े प्रवासी
दरअसल ऑस्ट्रेलिया में प्रवासन (Immigration In Australia) अपने रिकॉर्ड पर पहुंच गया है। बता दे कि सितंबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच देश की जनसंख्या में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जिसकी अहम वजह प्रवासी मजदूर और बाहर से आने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या भारत, चीन और फिलीपींस के छात्रों की है।
क्या भारतीय होंगे प्रभावित
ऑस्ट्रेलियाई व्यापार और निवेश आयोग की आयुक्त मोनिका कैनेडी ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार गृह विभाग के मुताबिक जुलाई 2022 और फरवरी 2023 के बीच 382,000 छात्र वीजा दिए गए जो 2020 की मुकाबले 41.3 प्रतिशत ज्यादा है। अकेले जनवरी-मई 2023 में ऑस्ट्रेलिया ने 47,759 भारतीय छात्रों Indian Student In Australia) को स्टूडेंट वीजा दिया। ऑस्ट्रेलिया के अलावा, कनाडा और यूके ने भी हाल ही में वीज़ा प्रतिबंध लागू किए हैं। तो वे अगर वीजा प्रावधानों के इन नियमों के चलते वीजा नहीं पा सकते हैं तो वे अमेरिका और दूसरे यूरोपीय देशों का विकल्प चुन सकते हैं।