बलूच एक्टिविस्ट्स का नेतृत्व कर रहे मेहरान मर्री ने कहा कि चीन को ये समझना चाहिए कि पाकिस्तान ने अमरीका के साथ भी दोस्ती नहीं निभार्इ। पाकिस्तान की दोस्ती से उसी की अंगुलियों के जलने का खतरा है।
उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान की हालत 4-5 महीनों में काफी खराब हो गर्इ है। पाकिस्तान की सेना आैर एजेंसियां हमारे बच्चों आैर महिलाआें का अपहरण कर रही है। इस आंदोलन को लेकर यूरोपीय संसद के वाइस प्रेसिडेंट रिजार्ड जारनेकी का बयान आया है। उन्हाेंने कहा है कि यूरोपियन यूनियन के लिए पाकिस्तान की आेर से इस तरह की हिंसा किया जाना स्वीकार्य नहीं है।
हम आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र दफ्तर के बाहर ये कोर्इ पहला मौका नहीं है जब बलूचिस्तान में हो रहे जुल्मो सितम को लेकर अावाज उठी हो। बलूच प्रदर्शनकारियों ने कर्इ बार पहले भी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है।