पुलिस ने बताया कि धमाका क्वेटा से 50 किलोमीटर दूर मस्टुंग शहर में हुआ। एक टीवी फुटेज में घटनास्थल के पास बुरी तरह से क्षतिग्रस्त वाहन को दिखाया गया है। संसद के ऊपरी सदन के उपाध्यक्ष अब्दुल गफूर हैदरी ने संवाद समिति बताया कि धमाके के कुछ देर बाद उन्हें विश्वास हुआ कि उन्हें निशाना बनाया गया है और धमाके में उन्हें हल्की चोटें आई है।
उन्होंने बताया कि धमाके के वक्त उनका काफिला मस्टुंग की ओर जा रहा था। बहुत सारे लोग इस घटना में हताहत हुए हैं क्योंकि काफिले में काफी लोग शामिल थे। जिला स्वास्थ्य अधिकारी शेर अहमद सताकजाई ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है और अस्पताल में भर्ती दस अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है।
मस्टुंग पुलिस अधिकारी गजनफार अली शाह ने बताया कि काफिले पर संभवत: आत्मघाती बम हमला किया गया और विस्फोट में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं। उल्लेखनीय है कि बलूचिस्तान में अलगाववादियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ दशकों से गैस संपदा से परिपूर्ण इस प्रांत में अपनी भागीदारी की मांग को लेकर अभियान छेड़ा हुआ है। अफगानिस्तान और इरान की सीमा से लगे बलूचिस्तान प्रांत में तालिबान और अन्य इस्लामिक आतंकवादी गुट भी सक्रिय हैं।