हाल के हफ्तों में सशस्त्र समूहों, जिन्हें स्थानीय रूप से ‘डाकू’ कहा जाता है, ने उत्तर पश्चिमी नाइजीरिया के गांवों पर बार-बार हमला किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यूएनएचसीआर की ओर से शुक्रवार को एक बयान में कहा गया है कि यह हिंसा किसानों और चरवाहों के बीच अंतर-सांप्रदायिक संघर्षों की पृष्ठभूमि में देखी जा रही है, क्योंकि घटते संसाधनों के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है। इस समस्या को जलवायु संकट ने और बढ़ा दिया है।
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बयान में कहा गया है, हम उत्तर पश्चिमी नाइजीरिया में बढ़ती हिंसा से बहुत चिंतित हैं और प्रभावित आबादी की बढ़ती मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए ठोस और बड़े पैमाने पर समर्थन का आह्वान करते हैं, जिसमें सुरक्षा सेवाओं से लेकर भोजन, आश्रय किट, रसोई के बर्तन, कंबल और अन्य गैर-खाद्य आइटम शामिल हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक निकाय ने कहा कि नाइजीरिया से अधिकांश शरणार्थी नवंबर में नाइजर पहुंचे हैं। इन लोगों ने तहौआ क्षेत्र में ग्रामीण समुदायों में शरण ली है, जो पहले से ही सितंबर से 3,500 नाइजीरियाई शरणार्थियों की मेजबानी कर रहा है। यूएनएचसीआर ने कहा कि हाल के आगमन में महिलाएं और बच्चे सबसे अधिक शामिल हैं और इन्होंने वहां शरण लिए जाने के कारणों में हत्याओं, फिरौती के लिए अपहरण और लूट की बात कही है। बयान में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी नाइजीरियाई अधिकारियों के साथ समन्वय में नए आगमन दर्ज कर रही है, आपातकालीन सहायता प्रदान कर रही है और सबसे कमजोर लोगों की पहचान कर रही है।
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यूएनएचसीआर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से समर्थन बढ़ाने की अपील करते हुए कहा, आश्रय, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। नाइजीरिया के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में सशस्त्र डकैती एक प्राथमिक सुरक्षा खतरा रहा है, जिसके कारण हाल के महीनों में मौतें और अपहरण हुए हैं।