कनाडियन वाइल्डलैंड फायर इन्फोर्मेशन सिस्टम के मुताबिक, कनाडा में फिलहाल 413 जगहों पर आग लगी हुई है, जिसमें से 249 जगहों में स्थिति कंट्रोल से बाहर हो चुकी है। पूर देश में 400 से अधिक फायरब्रिगेड आग बुझाने में लगे हुए थे। अब तक ये आग 33 हजार स्क्वायर किमी इलाके में फैल चुकी है। ये इलाका यूरोप के बेल्जियम देश जितना बड़ा है। अकेले क्यूबेक प्रांत में ही 150 से अधिक जगहों पर आग लगी हुई थी। आग के कारण लाखों पशु-पक्षी मारे गए हैं और 26000 से भी अधिक की संख्या में लोगों को भी अपने घर छोड़ना पड़ा है।
क्यूबेक के जंगलों में आग की शुरुआत बिजली गिरने से हुई थी, लेकिन पिछले महीने से जारी सामान्य से अधिक तापमान और शुष्क जलवायु ने इस आग के भड़कने में मदद की है। इसके बाद नोवा स्कोटिया के तट पर सक्रिय एक तूफान प्रणाली ने इस आग के धुएं को दक्षिण में अमरीका और फिर पूर्व में – कनाडा के कुछ सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों की ओर धकेल दिया। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कई दिनों तक धुएं को उत्तर-पूर्व की ओर धकेलने वाली हवा प्रणाली के कारण पूरे क्षेत्र में धुंध जारी रहने की संभावना है।
नासा के अनुसार, इस साल अब तक पूरे क्यूबेक में 1500 किमी क्षेत्र आग की चपेट में आ चुका है। एक साल में सामान्य आग के क्षेत्रफल से ये इलाका 600 गुना अधिक है। क्यूबेक और कनाडा में आग का मौसम आमतौर पर मई महीने में शुरू होता है। पहले कनाडा और फिर अमरीका में। लेकिन हाल के वर्षों में आग की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, ये आग अधिक समय तक रहने के साथ ज्यादा विनाशकारी भी रही है।
मंगलवार रात को न्यूयॉर्क का एयर क्वालिटी इंडेक्स कुछ समय के लिए सुबह और रात को 10 बजे 200 से ऊपर था, जो कि बहुत हानिकारक स्तर है। इसने पूरी दुनिया के बड़े मेट्रोपॉलिटन शहरों में न्यूयॉर्क को सबसे प्रदूषित शहर बना दिया। डब्ल्यूएचओ की गाइलाइन्स के अनुसार, न्यूयॉर्क की हवा में पीएम 2.5 की उपस्थिति सामान्य से 10 गुना अधिक थी। इसके बाद भी शहर का प्रदूषण स्तर भारत की राजधानी दिल्ली से कम लेकिन दुनिया का दूसरा सबसे अधिक बना रहा। इस सूची में जो दूसरे सबसे प्रदूषित शहर थे उनका नाम है दोहा, बगदाद, लाहौर। इसके बाद न्यूयॉर्क के कई स्कूलों ने अपनी आउट डोर गतिविधियां रद्द कर दीं।