संघर्ष के लिए तैयार
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम संघर्ष के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही जोर देने हुए कहा कि वह युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन किसी भी खतरे से निपटने के लिए युद्ध की तैयारी का सिद्धांत बनाए रखेंगे।
अमरीकी स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से क्यों भड़का चीन?
दरअसल चीन वन चाइना पॉलिसी के तहत ताइवान को अपने देश का हिस्सा मानता है, वहीं दूसरी ओर ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश बताता है। चीन ताइवान को झुका कर अपने कब्जे को मनवाना चाहता है। इधर, अमरीका वन चाइना पॉलिसी को तो मानता है, लेकिन ताइवान को चीन का हिस्सा नहीं मानता है। अमरीकी राष्ट्रपति बाइडेन नैंसी पेलोसी की यात्रा से लगभग 2 महीना पहले कह चुके हैं कि हमने वन चाइना पॉलिसी को साइन किया, लेकिन चीन बल के प्रयोग से ताइवान पर अपना अधिकार नहीं जमा सकता है। अमरीकी स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन पहले से ही विरोध जता रहा था, इसके लिए वह ताइवान के साथ अमरीका को भी अंजाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है।
आग से खेलने वाले जल जाएंगे
चीन ने अमरीकी स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि अमरीका का यह कदम उकसाने वाला है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक ब्रीफिंग में कहा कि मौजूदा संघर्ष के बीच नैंसी पेलोसी कि यह यात्रा चीन को उकसाने वाली है। वहीं इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चेतावनी देते हुए कहा था कि 'आग से खेलने वाले जल जाएंगे'।