चीन की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब वियना में गत 11 नवंबर को एनएसजी सदस्य देशों की हुई बैठक में भारत के इस संगठन में शामिल करने के आवेदन को लेकर चर्चा हो चुकी है। वियना बैठक में चीन के रुख के बारे में जेंग ने कहा, हम मानते हैं कि हमें अपने द्वि-चरणीय दृष्टिकोण पर कायम रहना चाहिए।
पहले चरण में हमें यह पता लगाना चाहिए कि क्या विचार-विमर्श और चर्चा के माध्यम से गैर एनपीटी सदस्य एनएसजी सदस्यता के लिए आवेदन के पात्र हैं। दूसरे चरण में हमें विशिष्ट गैर एनपीटी सदस्यों को एनएसजी में प्रवेश देने पर चर्चा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इसका हल गैर पक्षपाती और सभी गैर एनपीटी सदस्यों पर लागू होना चाहिए। साथ ही एनएसजी के मूलमंत्र के अलावा एनपीटी के अधिकारों, प्रभाव और अखंडता को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।