नहीं हटा सके एडीए की जमीन से अतिक्रमण
निकटवर्ती गनाहेड़ा पंचायत में एडीए की करीब 90 बीघा जमीन पर दो दिन तक कब्जा कर ...
अजमेर
Updated: January 16, 2015 12:09:36 pm
पुष्कर। निकटवर्ती गनाहेड़ा पंचायत में एडीए की करीब 90 बीघा जमीन पर दो दिन तक कब्जा कर ढाणी बसा दी गई लेकिन सूचना के बाद भी अधिकारियो की नींद नहीं उड़ी।
शुक्रवार को जब होश आया तो एडीए, नगरपालिका, पुष्कर तहसील व पुलिस के कर्मचारी जेसीबी सहित अतिक्रमण हटाने मौके पर पहुंचे भी उन्हें बेचारगी ही हाथ लगी क्योंकि अपर्याप्त पुलिस जाब्ते के कारण कब्जेधारी ग्रामीण परिवार अधिकारियों व पुलिस के सामने डट गए।
अपर्याप्त पुलिस जाब्ते के कारण अतिक्रमण हटाओ दस्ते को अपना सा मुंह लेकर बैरंग लौटना पड़ा। दूसरी ओर अतिक्रमियों ने चेतावनी दी है कि पहले रसूखदार होटल मालिकों के सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे हटाए जाएं अन्यथा वे हर परिस्थिति का सामना करने को तैयार हैं।
पंचायत क्षेत्र की खसरा नंबर 2083/2605 की जमीन एडीए को हस्तान्तरित की गई थी। पंचायत चुनाव की आचार संहिता लागू होने के साथ ही इस सरकारी जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा करना शुरू कर दिया।
कइयों ने पक्के निर्माण भी करा लिए, वहीं कइयों ने तारबंदी करके मनमर्जी से जमीन नाप ली तथा मालिकाना हक जता दिया। पिछले दो दिन से कब्जे का क्रम जोर-शोर से चल रहा था।
एडीए के तहसीलदार भीमसिंह, सहायक अभियंता आनन्द त्रिपाठी टीम के साथ जेसीबी लेकर शुक्रवार को मौके पर पहुंचे वहीं पुष्कर तहसीलदार गजराज सिंह उनकी टीम, नगरपालिका के फतेहसिंह गौड़ व थानाधिकारी सहित पूरा जाब्ता मौके पर गया तथा अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया।
इसकी जानकारी मिलने के साथ ही अतिक्रमी परिवार व सैकड़ों ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए तथा आमने-सामने की स्थिति हो गई। महिलाएं जेसीबी के आगे आकर बैठ गईं तथा ग्रामीणों ने किसी भी सूरत में कब्जे नहीं हटने देने की बात कही।
ग्रामीणों का आरोप था कि रसूखदार होटल मालिकों ने सरकारी जमीन पर पक्के तामीरात करवा लिए हैं सबसे पहले उन्हे हटाएं इसके बाद वे स्वत: अतिक्रमण हटा लेंगे। मामला तूल पकड़ गया लेकिन मौके पर अपर्याप्त पुलिस जाब्ता होने के कारण अतिक्रमण हटाओ अभियान टांय-टांय फिस्स हो गया और दस्ता बैरंग लौट गया।
सोते रहे अधिकारी
पुष्कर एवं आसपास के गांवों की समस्त सरकारी जमीनें रिकार्ड में तो एडीए के नाम कर दी गई हैं लेकिन एडीए अधिकारियों की कुंभकरणी नींद यथावत है। यही कारण है कि एडीए की जमीनों पर दिन-रात अतिक्रमण जारी हैं। गनाहेड़ा गांव की इस जमीन पर अतिक्रमण करने का सिलसिला तीन दिन से चल रहा था।
एक होटल मालिक ने बताया कि इस बारे में एडीए तथा नगरपालिका सहित सभी सरकारी अधिकारियो को कई बार अवगत कराया गया लेकिन अनदेखी कर दी गई। यही कारण रहा कि गनाहेड़ा पंचायत क्षेत्र में स्थित इस जमीन पर पक्के निर्माण करा लिए गए। मनमर्जी से तारबंदी होती रही तथा किसी भी अधिकारी ने सुध तक नहीं ली। देखते ही देखते करोड़ों रूपए की कीमती सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया।
बेअसर रही चेतावनी
अतिक्रमण हटाने के दौरान थानाधिकारी रमेश चंद ने अतिक्रमियों को चेताया कि अतिक्रमण हर हाल में हटाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए कथित संत रामपाल ने काफी भीड़ एकत्र कर ली इसके बावजूद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बावजूद थानाधिकारी की चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ।
इनका कहना है
एडीए की जमीन पर अतिक्रमण हटाने आए थे लेकिन पुलिस जाब्ता कम था। इस कारण अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका। बाद में कार्रवाई की जाएगी।
- गजराज सिंह, तहसीलदार, पुष्कर।
एडीए की जमीन पर अतिक्रमण करने की सूचना मिली थी। सर्वे के बाद सूची बनाकर विधिवत रूप से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी।
-भीम सिंह, तहसीलदार एडीए, अजमेर।
रसूखात रखने वाले होटल मालिकों के कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त कराने पर इस जमीन से अतिक्रमण स्वत: हटा लिए जाएंगे। प्रशासन को बिना भेदभाव कार्रवाई करनी होगी वरना ग्रामीण हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
-शैतानसिंह, ग्रामीण गनाहेड़ा।

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