पाकिस्तान के एक अंग्रेजी अखबार ने लिखा है कि इस्लामाबाद में स्थित चीनी दूतावास के वरिष्ठ राजदूत ने पाकिस्तान की आलोचना के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया है। चीनी राजदूत ने पाकिस्तान के लोगों द्वारा की जा रही भ्रष्टाचार की चर्चाआें को ‘बकवास’ करार दिया है।
चीनी राजदूत ने लिखा है कि सीपीर्इसी प्रोजेक्ट को लेकर चीन पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाना गलत है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट को लेकर के पाकिस्तान के ज्यादातर लोग उनके साथ हैं। इस प्रोजेक्ट को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में जो खबरें लगातार चल रही हैं उन्हें लेकर वे काफी परेशान हैं। यही कारण है कि उन्होंने अपनी भड़ास निकालने के लिए सोशल मीडिया को चुना।
पाकिस्तानी मीडिया ने चीन की आलोचना करते हुए कहा था कि सीपीर्इसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे मजदूरों से कैदियों की तरह काम कराया जाता है। इसे चीनी राजदूत ने बकवास बताया आैर कहा कि बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। वहीं इजारुल्लाह नाम के एक शख्स ने जब लिखा कि मजदूरों ने ही उन्हें बताया है कि चीन उनसे कैदियों की तरह काम करा रहा है तो चीनी राजदूत ने इसे जोक आॅफ द डे करार दिया।