जनता का भविष्य अब तीसरी आँख की निगरानी में
चीनी प्रशासन लोगों के फोन को ट्रैक कर रहा है, वो क्या खरीद रहे, कहाँ जा रहे और किस तरह से चैट कर रहे इन सभी पर लगातार नजर रखी जा रही है। एक तरह से चीन की जनता का भविष्य अब तीसरी आँख की निगरानी में है।
विरोधी स्वर को दबाने के प्रयास
एक अमेरिकी अखबार के मुताबिक, चीन में इन दिनों चीनी पुलिस ऐसी टेक्नोलॉजी को खरीद रहे हैं जो भविष्य में किसी भी तरह के अपराध और प्रोटेस्ट को पहले ही रोक दे। इस सिस्टम और सॉफ्टवेयर के जरिए लोगों के व्यवहार और उनकी गतिविधियों पर नजर रखना है। चीनी अधिकारी इन सभी पर नजर रखेंगे भले ही किसी ने कुछ गलत किया हो या नहीं।
चीनी सरकार के लिए जो मुश्किलें खड़े कर रहे या विरोध कर रहे हैं उनको निशाना बनाया जा रहा है। इसमें कोई भी हो सकता है चाहे वो कोई मजदूर हो या कोई मरीज या हो कोई विशेष समुदाय सभी पर नजर रखी जा रही है।
चीनी प्रशासन लोगों के फोन को ट्रैक कर रहा है, वो क्या खरीद रहे, कहाँ जा रहे और किस तरह से चैट कर रहे इन सभी पर लगातार नजर रखी जा रही है। एक तरह से चीन की जनता का भविष्य अब तीसरी आँख की निगरानी में है।
विरोधी स्वर को दबाने के प्रयास
एक अमेरिकी अखबार के मुताबिक, चीन में इन दिनों चीनी पुलिस ऐसी टेक्नोलॉजी को खरीद रहे हैं जो भविष्य में किसी भी तरह के अपराध और प्रोटेस्ट को पहले ही रोक दे। इस सिस्टम और सॉफ्टवेयर के जरिए लोगों के व्यवहार और उनकी गतिविधियों पर नजर रखना है। चीनी अधिकारी इन सभी पर नजर रखेंगे भले ही किसी ने कुछ गलत किया हो या नहीं।
चीनी सरकार के लिए जो मुश्किलें खड़े कर रहे या विरोध कर रहे हैं उनको निशाना बनाया जा रहा है। इसमें कोई भी हो सकता है चाहे वो कोई मजदूर हो या कोई मरीज या हो कोई विशेष समुदाय सभी पर नजर रखी जा रही है।
विरोध में उठे हैं स्वर
ऐसा नहीं है की लोग इसका विरोध नहीं कर रहे। 74 वर्षीय व्यक्ति झांग युकियाओ नाम के एक व्यक्ति ने चीनी प्रशासन की निगरानी रखने की गतिविधियों से बचने के लिए न केवल अपना फोन बंद किया, बल्कि अधिकारियों को चकमा देने के लिए मुख्य राजमार्गों से भी दूर रहता था। उसने चीनी प्रशासन की निगरानी की हरकतों का विरोध भी किया था। किसी भी यात्रा के लिए वो ऑनलाइन पेमेंट की बजाय कैश से भुगतान करता है।
जब चीनी डॉक्टर हो गई लापता
चीनी प्रशासन की ये हरकतें गोपनीयता का उल्लंघन है जिसकी वैश्विक स्तर पर आलोचना भी होती रही है। चीन पर ये भी आरोप लगते रहे हैं कि वो अपने खिलाफ उठने वाले विरोधी स्वर को दबाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। कोरोना महमारी के समय भी यही देखने को मिला था चीनी डॉक्टर एई फेन ने जब दुनिया को चीन के वूहान से फैले कोरोना वायरस को लेकर दुनिया को अलर्ट किया था तो उसके कुछ दिनों बाद ही वो लापता हो गई। वो कहाँ गई और चीनी प्रशासन ने उसके साथ क्या किया इसकी कोई जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है।
ऐसा नहीं है की लोग इसका विरोध नहीं कर रहे। 74 वर्षीय व्यक्ति झांग युकियाओ नाम के एक व्यक्ति ने चीनी प्रशासन की निगरानी रखने की गतिविधियों से बचने के लिए न केवल अपना फोन बंद किया, बल्कि अधिकारियों को चकमा देने के लिए मुख्य राजमार्गों से भी दूर रहता था। उसने चीनी प्रशासन की निगरानी की हरकतों का विरोध भी किया था। किसी भी यात्रा के लिए वो ऑनलाइन पेमेंट की बजाय कैश से भुगतान करता है।
जब चीनी डॉक्टर हो गई लापता
चीनी प्रशासन की ये हरकतें गोपनीयता का उल्लंघन है जिसकी वैश्विक स्तर पर आलोचना भी होती रही है। चीन पर ये भी आरोप लगते रहे हैं कि वो अपने खिलाफ उठने वाले विरोधी स्वर को दबाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। कोरोना महमारी के समय भी यही देखने को मिला था चीनी डॉक्टर एई फेन ने जब दुनिया को चीन के वूहान से फैले कोरोना वायरस को लेकर दुनिया को अलर्ट किया था तो उसके कुछ दिनों बाद ही वो लापता हो गई। वो कहाँ गई और चीनी प्रशासन ने उसके साथ क्या किया इसकी कोई जानकारी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है।
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2020 में जब एक महिला को उसके पति से मिलने से रोका2020 में, दक्षिणी चीन में अधिकारियों ने एक महिला के अपने पति के साथ रहने के लिए हांगकांग जाने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। दरअसल, चीनी अधिकारियों के सॉफ्टवेयर ने इस शादी को संदिग्ध माना था। चीनी पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची की माइग्रेशन परमिट प्राप्त करने के लिए शादी को नकली बनाया गया था। ऐसे कई मामले हैं जिसके जरिए चीन द्वारा अपने ही लोगों पर रखी जा रही नजर का खुलासा हुआ है।