आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आईएस ने एक बयान जारी कर कहा कि उनके लड़ाकों ने सेना को निशाना बनाया क्योंकि सेना आतंकवादी समूह के खिलाफ अभियान की तैयारी कर रही थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2015 में सिनाई में आईएस ने सुरक्षा नाके पर विस्फोट किया था जिसमें 17 सैनिक मारे गये थे।