एलन मस्क (Elon Musk) और Headlines दोनों को शायद अलग किया ही नहीं जा सकता है। हर दिन यह दुनिया का सबसे अमीर कारोबारी सुर्खियों में रहता है। जिस Twitter को खरीदने के फैसले को मस्क ने रद्द कर दिया है , उसी प्लेटफॉर्म से जुड़े उनके ट्वीट किसी भूचाल से कम नहीं होते। बुधवार 17 अगस्त की सुबह इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) और स्पेसएक्स के मालिक मस्क ने कुछ ऐसा ही ट्वीट किया है। मस्क ने ट्वीट किया कि वे मशहूर फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड (Manchester United) को खरीद रहे हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “मैं मैनचेस्टर यूनाइटेड को खरीद रहा हूं। आपका स्वागत है।” इसके अलावा इस सौदे पर उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। मस्क ने यह भी नहीं बताया कि इस डील को आगे बढ़ाने की उनकी क्या योजना है। मैनचेस्टर यूनाइटेड से भी इस मसले पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हम सब जानते हैं कि एलन मस्क इस समय ट्विटर के साथ डील (Twitter Deal) तोड़ने के बाद कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने की घोषणा की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने इस डील को तोड़ दिया।
बता दें कि मैनचेस्टर यूनाइटेड का कंट्रोल अमेरिकन ग्लेजर फैमिली (Glazer family) के पास है। मंगलवार के आंकड़े के अनुसार, इस फुटबॉल क्लब का बाजार पूंजीकरण 2.08 अरब डॉलर था। बता दें कि मैनचेस्टर यूनाइटेड के प्रशंसकों ने हाल के वर्षों मे ग्लेजर्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये हैं। ग्लेजर फैमिली ने इस क्लब को साल 2005 में 790 मिलियन पाउंड (86 करोड़ डॉलर) में खरीदा था। ग्लेजर के खिलाफ प्रदर्शनों में पिछले साल तेजी आई थी।
ट्विटर के साथ डील तोड़ने के चलते एलन मस्क को इन दिनों कोर्ट के चक्कर भी काटने पड़ रहे हैं। मस्क ने ट्विटर डील तोड़ने के पीछे भारत का कनेक्शन भी बताया है। उन्होंने कोर्ट को बताया कि ट्विटर भारत सरकार के खिलाफ जोखिम भरे मुकदमे का खुलासा करने में विफल रही थी। मस्क ने साथ ही यह दावा भी किया कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया था।
मस्क ने कहा भारत के कानून का पालन करे ट्विटर
दुनिया के इस सबसे बड़े रईस ने डेलावेयर अदालत में एक काउंटरसूट में यह दावा भी किया था कि ट्विटर ने उन्हें कई चीजों के बारे में अंधेरे में रखा। डील के समय उन्हें भारत में चल रहे डेवलपमेंट के बारे में नहीं बताया गया था। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार, मस्क ने कहा कि ट्विटर को भारत में स्थानीय कानून का पालन करना चाहिए। वहीं, ट्विटर ने कोर्ट को बताया है कि मस्क के पास कंपनी के बारे में पूरी जानकारी थी।