पारिस्थितिक तंत्र को बदल रहे हैं अजगर
शोधकर्ताओं ने बताया कि बर्मी अजगर के पाचन सामग्री का आकलन किया गया, जिसमें खुर के कोर पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पेट के अंदर मिले खुर से पता चलता है कि अजगर ने एक वयस्क सफेद पूंछ वाले हिरण को निगला था। दक्षिण पूर्व एशिया के एक शीर्ष शिकारी ने बताया कि फ्लोरिडा में जंगलो में अजगरों की भरमार है, जो देशी प्रजातियों का नास्ता करके पारिस्थितिक तंत्र को बदल रहे हैं।
देशी वन्यजीवों को बनाता है अपना शिकार
वन्यजीव जीवविज्ञानी और पर्यावरण विज्ञान परियोजना प्रबंधक इयान बार्टोजेक ने बताया कि इन मादा अजगरों में प्रजनन की क्षमता बहुत अधिक होती है, जो एवरग्लेड्स पारिस्थितिक तंत्र पर कहर बरपा रहे हैं। यह देशी प्रजातियों से खाद्य स्रोत ले रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि इन आक्रामक प्रजातियों को सन 1970 के दशक में एक विदेशी पालतू जानवर के रूप में अमरीका में पेश किया गया था। यह लोगों के घरों से दूर तेजी से प्रजनन करता है और जंगलों में कब्जा करने के लिए जाना जाता है। इसके आस पास देशी वन्यजीवों का ह्रास होता है।
अब तक की सबसे बड़ी मादा अजगर
जीवविज्ञानियों की टीम ने बताया कि वह 2013 से काम करना शुरू किए हैं। उन्होंने बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी मादा अजगर है। जीवविज्ञानियों ने बताया कि इससे पहले उन्होंने सबसे बड़ा सांप पकड़ा था, जिसका वजन 185 पाउंड (लगभग 84 किलोग्राम) था, जो उस समय फ्लोरिडा में पकड़ा गया सबसे भारी अजगर था। वहीं अभी जो अजगर पकड़ा गया है उसका वजन 215 पाउंड (लगभग 98 किलोग्राम) है।