scriptजर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने देश के गृह मंत्री के बयान को ख़ारिज किया, कहा इस्लाम जर्मन संस्कृति का अहम हिस्सा | German chancellor rejects the statement of country's foreign minister | Patrika News

जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने देश के गृह मंत्री के बयान को ख़ारिज किया, कहा इस्लाम जर्मन संस्कृति का अहम हिस्सा

Published: Mar 17, 2018 01:59:22 pm

Submitted by:

Navyavesh Navrahi

जर्मनी की एंजेला मर्केल ने जर्मन गृहमंत्री की उन टिप्पणियों को नकार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘इस्लाम जर्मनी का हिस्सा नहीं है’

angela
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने जर्मन गृहमंत्री की उन टिप्पणियों को नकार दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘इस्लाम जर्मनी का हिस्सा नहीं है’।

शुक्रवार को स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफेन लोफवेन से मिलने के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में मर्केल ने कहा कि इस्लाम देश की संस्कृति और इतिहास का हिस्सा है और जिस तरह यहूदी और ईसाई हैं। उन्होंने कहा कि लगभग चार लाख मुस्लिम जर्मनी में रहते हैं और वे सीधे तौर पर जर्मनी से जुड़े हुए हैं। उनकी वजह से इस्लाम धर्म भी जर्मनी से जुड़ा हुआ है।
ग़ौरतलब है कि स्थानीय अख़बार ‘बिल्ज’ को दिए इंटरव्यू में देश के आंतरिक मामलों के मंत्री होर्स्ट सीहोफर ने कहा कि ईसाइयत ने जर्मनी को आकार दिया है और देश को अपनी मूल संस्कृति नहीं भूलनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि इस्लाम का जर्मनी से कोई संबंध नहीं है और ईसाइयत ने जर्मनी को आकार दिया है। इंटरव्यू में उन्होंने आगे कहा था कि जो मुसलमान हमारे बीच रहते हैं वो स्वाभाविक रूप से जर्मनी के हैं, पर इसका मतलब ये नहीं है कि हमें अपनी संस्कृति और पहनावे को त्याग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमान हमारे साथ रहें, लेकिन वो हमारे ख़िलाफ़ न रहें । यह बयान जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की नीतियों के ठीक विपरीत है। वो लंबे समय से एंजेला मर्केल की शरणार्थी नीतियों के मुखर आलोचक रहे हैं, लेकिन अब वो उनके साथ नए गठबंधन की सरकार में ज़िम्मेदार पद पर हैं। होर्स्ट सीहोफर का यह बयान उनकी दक्षिणपंथी पार्टी ‘अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी’ के वोटरों को वापस खींचने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है ।
गौरतलब है कि जर्मनी की संसद में बुधवार को एंजेला मर्केल को चौथी बार देश की चांसलर चुना। उनके फिर से चांसलर बनने से यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले इस देश में पिछले छह माह से जारी राजनैतिक अनिश्चितता का दौर समाप्त हो गया। पिछले साल 24 सितंबर को आम चुनाव के नतीजे आए थे लेकिन किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण जर्मनी अब तक सियासी अनिश्चितता के दौर में था। सरकार के गठन का रास्ता चुनाव के नतीजे आने के 171 दिनों बाद साफ हुआ है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो