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रूसी कंपनी रोसनेफ्ट के स्वामित्व वाली प्रमुख तेल रिफाइनरी पर जर्मनी ने किया कब्जा, किया जाएगा राष्ट्रीयकरण

locationजयपुरPublished: Sep 17, 2022 10:02:09 am

Submitted by:

Swatantra Jain

जर्मनी के आर्थिक मामलों और जलवायु कार्रवाई मंत्रालय (बीएमडब्ल्यूके) ने कहा कि जर्मनी ने रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के स्वामित्व वाली एक प्रमुख घरेलू रिफाइनरी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। दी गई जानकारी के मुताबिक रोसनेफ्ट ड्यूशलैंड और आरएन रिफाइनिंग एंड मार्केटिंग, रूसी कंपनी की दो जर्मन सहायक कंपनियों को फेडरल नेटवर्क एजेंसी की ट्रस्टीशिप के तहत रखा गया है।

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बर्लिन ने शुक्रवार को कहा कि उसने रूस की फर्म रोसनेफ्ट के जर्मन संचालन पर नियंत्रण कर लिया है, जो कई रिफाइनरियों को चलाता है, ताकि ऊर्जा की आपूर्ति को सुरक्षित किया जा सके, जो मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से बाधित हो गए हैं। जर्मनी के संबंधित मंत्रालय ने एक बयान में कहा, रोसनेफ्ट की जर्मन सहायक कंपनियां, जिसका देश में तेल शोधन क्षमता का लगभग 12 प्रतिशत हिस्सा है, को फेडरल नेटवर्क एजेंसी की ट्रस्टीशिप के तहत रखा गया है।
दो कंपनियों की जर्मनी में रिफाइनरी हिस्सेदारी है 12 प्रतिशत

आर्थिक मामलों और जलवायु कार्रवाई मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि संघीय नेटवर्क नियामक आरएन रिफाइनिंग एंड मार्केटिंग जीएमबीएच और रोसनेफ्ट Deutschland जीएमबीएच का अधिग्रहण करेगा, जो जर्मनी की तेल प्रसंस्करण क्षमता का लगभग 12% है, और श्वेड्ट, कार्लज़ूए और वोहबर्ग में तेल रिफाइनरियों में इसकी हिस्सेदारी है।
गैस इमरजेंसी प्लान का अलर्ट लेवल लागू

जर्मनी में 23 जून 2022 से गैस इमरजेंसी प्लान का अलर्ट लेवल लागू है। “स्थिति तनावपूर्ण है और स्थिति के और बिगड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता है।आर्थिक मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, कथित तौर पर पोटोवाया कंप्रेसर स्टेशन में खराबी के कारण नॉर्ड स्ट्रीम 1 के माध्यम से गैस की आपूर्ति रूस द्वारा फिर से शुरू नहीं की गई है”।
ऑपरेशन रोकने का तकनीकी आधार मान्य नहीं

लेकिन जर्मनी ने कहा कि वह ऑपरेशन के निलंबन के लिए कथित दोषों को तकनीकी आधार नहीं मानता है। बता दें, गैस की बढ़ती कीमतों और यूरोप को गैस व तेल आपूर्ति को कम करने के मास्को के कदम ने पहले ही जर्मनी में सरकारी मदद और लोन डिफाल्ट को बेल आउट किए जाने की पूरी एक श्रृंखला को शुरू कर दिया है। चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और अर्थव्यवस्था मंत्री रॉबर्ट हेबेक अब आज बर्लिन में एक संवाददाता सम्मेलन में रोसनेफ्ट के राष्ट्रीयकरण की योजना पेश करेंगे।
रोसनेफ्ट हुआ प्रभावित, पर बढ़ा मुनाफा

यूक्रेन पर पश्चिमी प्रतिबंधों से रोसनेफ्ट का कामकाज प्रभावित हुआ है, जिसने इसके वैश्विक वित्तपोषण और व्यापार को बाधित किया है। लेकिन रूसी ऊर्जा दिग्गज रोसनेफ्ट ने कहा कि यूक्रेन में रूसी हमले के बीच “प्रतिकूल बाहरी कारकों” के बावजूद उसका पिछले छह महीने में शुद्ध लाभ 13.1 प्रतिशत बढ़ा है।
कंपनी ने कहा कि यूक्रेन में रूसी ऑपरेशन के कारण बढ़ती वैश्विक मांग और आपूर्ति बाधाओं के कारण कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के बाद इसका शुद्ध लाभ बढ़कर 432 अरब रूबल (7.2 अरब डॉलर) हो गया है।
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