तो वहीं कोमे के फैसले की क्लिंटन समेत डेमोक्रेट्स ने कड़ी निंदा की है। गौरतलब है कि हिलेरी क्लिंटन ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार के लिए जेम्स कोमे के पत्र को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को कहा था कि अगर एफबीआई निदेशक ने फिर से जांच शुरू नहीं की होती, तो निश्चित रुप से चुनाव में उनकी जीत हुई होती।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोमे ने सीनेट की न्यायिक समिति के समक्ष कहा कि वह एक मुश्किल फैसला था, लेकिन मुझे अब भी लगता है कि वह फैसला सही था। उन्होंने सीनेट की न्यायिक समिति से कहा कि एफबीआई इस बारे में नहीं सोच सकती कि किस फैसले से नेताओं को हानि होगी या लाभ। साथ ही कहा कि मैं एक क्षण के लिए भी यह नहीं सोच सकता था कि इससे किस का राजनीतिक भविष्य प्रभावित होगा।
अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव से महज 11 दिन पहले जांच फिर से शुरू करने के अपने फैसले का मजबूती से बचाव करते हुए कोमे ने कहा कि उनके विचार में इसे छिपाने के भयानक परिणाम होते। कोमे ने कहा कि उन्होंने जांच फिर से शुरू करने का फैसला इसलिए किया क्योंकि एफबीआई के एजेंट्स को राष्ट्रपति पद की डेमोके्रटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की करीबी राजनीतिक सलाहकार हुमा अबेदीन के पति पूर्व सांसद एंथोनी वीनर के लैपटॉप पर हिलेरी के हजारों ई-मेल्स मिले थे।
एफबीआई एजेंट्स को उस कम्प्यूटर से हिलेरी के विदेश मंत्री के तौर पर पहले तीन महीने के दौरान के ईमेल मिले थे। कोमे ने कहा कि इस बात का खुलासा करना स्वाभाविक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण था।