वर्ष 2020 में रखी गई थी नींव इस क्षेत्र में हिंदुओं की दशक भर से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए मंदिर की नींव 2020 में रखी गई थी। मंदिर में 16 देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इसमें अलंकृत स्तंभ, अग्रभाग पर हिंदू और अरबी ज्यामितीय डिजाइन और छत पर घंटियां हैं। मंदिर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब भी स्थापित किया गया है।1 सितंबर को मंदिर का सॉफ्ट ओपनिंग हुई थी, जिसमें हजारों भक्तों ने भाग लिया। मुख्य हॉल में केंद्रीय गुंबद पर एक 3डी प्रिंटेड गुलाबी कमल स्थापित किया गया है जहां देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर में किसी भी दिन 1200 से अधिक भक्तों को समायोजित किया जा सकता है।
आज सार्वजनिक प्रवेश नहीं
गल्फ न्यूज के अनुसार मंदिर के ट्रस्टी राजू श्रॉफ ने उसे बताया कि, “यूएई के शासकों की उदारता और सामुदायिक विकास प्राधिकरण (सीडीए) के सहयोग से, हम कल शाम हिंदू मंदिर दुबई का आधिकारिक उद्घाटन समारोह आयोजित कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उद्घाटन के दिन सार्वजनिक प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और भक्तों से अनुरोध किया कि वे 5 अक्टूबर से पहले मंदिर में न आएं।
सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री होंगे मुख्य अतिथि श्रॉफ ने कहा कि सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। साथ ही यूएई में भारतीय राजदूत संजय सुधीर मुख्य अतिथि होंगे। इस दौरान कम्युनिटी डेवलपमेंट अथॉरिटी (सीडीए) के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा, संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय राजदूत, संजय सुधीर को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में सीडीए अधिकारी व अन्य अतिथि मौजूद रहेंगे।
दर्शन के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक क्यूआर-आधारित नियुक्ति प्रणाली भक्तों के लिए ‘दर्शन’ को आसान बनाने के लिए, मंदिर प्रबंधन ने अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक क्यूआर-आधारित नियुक्ति प्रणाली स्थापित की है। मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यह सुबह 6:30 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा। प्रारंभ में, केवल सीमित भक्तों को ही मंदिर में जाने की अनुमति थी। हालांकि, 5 अक्टूबर से भक्तों की संख्या पर प्रतिबंध रहेगा और वे अपॉइंटमेंट बुक करके फिलहाल परिसर में प्रवेश कर सकते हैं।
वर्शिप विलेज या पूजा गांव यह मंदिर दुबई के वर्शिप विलेज विलेज में बनाया गया है। यहां पहले से कई चर्च और गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा मौजूद हैं। यहां सभी धर्मों के लोग जा सकते हैं। यहां नौ दिनों तक विशेष पूजा का आयोजन भी किया गया। आधिकारिक उद्घाटन से पहले एक सितंबर को मंदिर को आंशिक तौर पर खोल दिया गया था। अब तक हज़ारों लोग मंदिर की झलक देख चुके हैं। अब तक मंदिर में प्रवेश के लिए मंदिर की वेबसाइट पर क्यूआर कोड के जरिए ही अप्वाइंटमेंट बुक करना पड़ता था। फिलहाल मंगलवार को उद्घाटन कार्यक्रम की वजह से आम जनता को प्रवेश नहीं मिलेगा। लेकिन बुधवार से यह सभी के लिए खोल दिया जाएगा।
मंदिर में हैं 16 भगवानों की मूर्तियां यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं। इनमें हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई भी शामिल हैं। ये मंदिर एक तरह से सभी दुबई में रहने वाले भारतीयों के लिए आस्था का केंद्र बनकर उभर सकता है।
एयर विस्तारा की पहली फ्लाइट बता दें, इससे पहले दो अक्टूबर को ही मुंबई और अबू धाबी के बीच एयर विस्तारा की पहली उड़ान के साथ अब दोनों देशों के बीच एक और फ्लाइट शुरू हो गई है। इस मौके पर यूएई में भारत के राजदूत ने सांकेतिक ट्वीट करते हुए कहा था कि अब दोनों देश – पहले से कहीं ज्यादा जुड़ गए हैं!