डॉ. किंग कहते हैं कि याराबा के लोग यदि नियमों को मान भी लें तो उनका खानपान वायरस के प्रसार में सहायक हो सकता है। क्योंकि भोजन के लिए कंगारू और अन्य जानवरों का शिकार उनके रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा है।
वायरस अब कमजोर चिकित्सा संसाधनों वाले प्रशांत द्वीप समूह में भी फैल रहा है। वानअतु को क्रूज शिप में संक्रमित यात्रियों के डर से पहले ही कोरेंटाइन किया जा चुका है। जबकि 90 लाख की आबादी वाले पापुआ न्यूगिनी में पिछले मंगलवार को 14 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया। चिकित्सक जैसन एगोस्टिनो का कहना है कि उत्तरी अमरीका, न्यूजीलैंड और प्रशांत द्वीप समूह के आदिवासी इलाकों को भीड़ और एकजुट होने से बचाना बड़ी चुनौती है।