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क्या है ITC कॉरिडोर जिसने भारत की बढ़ाई टेंशन, पुतिन के हाथ में है खेल की चाबी!

ITC Corridor: पाकिस्तान, भारत के दोस्त रूस से सीधे जुड़ने वाला है वो भी सड़क मार्ग से, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का ये कॉरिडोर प्रोजेक्ट भारत और अमेरिका के लिए अब टेंशन का सबब बन रहा है।

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ITC Corridor connect Pakistan to Russia Belarus India USA in tension

ITC Corridor connect Pakistan to Russia Belarus India USA in tension

ITC Corridor: वैश्विक राजनीति के इस बदलते दौर में भारत एक उभरती शक्ति के तौर पर पूरी दुनिया के सामने खड़ा है। दुनिया के कई देश अब भारत (India) के साथ व्यापारिक और सामरिक रिश्तों को बढ़ावा दे रहे हैं। लेकिन अब भारत को एक बड़ी टेंशन हो गई है जिससे अमेरिका (USA) भी खासा परेशान है। इन दोनों देशों की इस टेंशन का नाम है ITC कॉरिडोर। इस कॉरिडोर में कोई बुराई नहीं है लेकिन एक देश ने इसमें शामिल होकर सारी परेशानी खड़ी कर दी है। दरअसल पाकिस्तान (Pakistan) से कॉरिडोर में शामिल हो रहा है, जिससे पाकिस्तान सीधे सड़क मार्ग से रूस से जुड़ जाएगा।

क्या है ITC कॉरिडोर?

दरअसल INSTC नाम का ये मल्टी मॉडल कॉरिडोर बेलारूस, रूस, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान से होते हुए पाकिस्तान तक पहुंचेगा। इससे रूस को आगे चलकर पाकिस्तान के रास्ते सीधे हिंद महासागर के बंदरगाहों से जुड़ने में मदद मिलेगी। पाकिस्तान इस मल्टीमॉडल कॉरिडोर से जुड़ गया है। उज्बेकिस्तान के ट्रांसपोर्ट मंत्रालय ने इस संबंध में हुए एक एमओयू की जानकारी दी है। इस तरह से पाकिस्तान उस इंटरनेशन नार्थ साउथ ट्रांसपोर्ट गलियारे (INSTC) से भी जुड़ जाएगा जो रूस को भारत से जोड़ने जा रहा है।

भारत शामिल है इस कॉरिडोर में

INSTC कुल 7200 किमी लंबा मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट नेटवर्क होगा जो भारत को ईरान के रास्ते रूस से रेल, सड़क और जलमार्ग से जोड़ेगा। यह आर्मेनिया और कैस्पियन सागर से होकर जाएगा। वहीं, पाकिस्तान को जोड़ने वाला कॉरिडोर रूस से होते हुए कैस्पियन सागर से कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान और फिर अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान तक पहुंचेगा। भारतीय कॉरिडोर के ऐलान के बाद अब पाकिस्तान ने भी इस कॉरिडोर से जुड़ने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने खुद इसका पाकिस्तान को प्रस्ताव दिया था। ईरान ने भी उसे ग्वादर बंदरगाह को चाबहार को जोड़ने का प्रस्ताव दिया है।

भारत और अमरीका में चिंता

पाकिस्तान जहां अगर रूस से जुड़कर भारत की टेंशन बढ़ा सकता है, वहीं उस पर अमेरिका भड़क सकता है जो मास्को से दोस्ती के खिलाफ है। पाकिस्तान इससे जुड़कर अपना क्षेत्रीय प्रभाव बढ़ा सकता है।

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