अमरीका के अपोलो 15 मिशन के तहत ऐसा हुआ था। इस मिशन में 3 सदस्यीय क्रू गया था जिसमें जेम्स इर्विन, डेविड स्कॉट और अल्फ्रेड वॉर्डेन शामिल थे।
आज 31 जुलाई है और आज के दिन इतिहास में कुछ ऐसा हुआ था जो अपने आप में खास तो था ही, साथ ही पहली बार भी हुआ था। आज के ही दिन 1971 में लूनर रोविंग व्हीकल पहली बार चांद की सतह पर चलाया गया था।
लूनर रोविंग व्हीकल बैट्री से चलने वाला 4 पहियों का एक व्हीकल होता है। इसे मून बग्गी भी कहा जाता है और अपोलो 15 के साथ ही अपोलो 16 और अपोलो 17 मिशन में भी इसका इस्तेमाल किया गया था।
चांद पर कम ग्रैविटी होती है। इसी बात को ध्यान में रखकर लूनर रोविंग व्हीकल को तैयार किया गया था जिससे एस्ट्रोनॉट्स की चांद पर सतही गतिविधियों की रेंज को बढ़ाया जा सके। इसे चांद पर ले जाना आसान भी था और इससे नासा के एस्ट्रोनॉट्स को मदद भी मिली थी।
Tanay Mishra