दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा कि इस सप्ताह की यात्रा और इससे पहले किए गए वर्षों के प्रयास से मेरे दिमाग में सबसे महत्वपूर्ण परिणाम के रूप में वह स्पष्ट एवं दमदार दृष्टिकोण आता है, जिसे अमरीकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तैयार किया। निशा ने कहा कि इस दृष्टिकोण को मैं ‘मोदी सिद्धांत’ मानती हूं। यह एक आधार है, जिसने विदेश नीति तैयार की, साथ ही ऐतिहासिक है और दोनों देशों एवं बीच समानता को गले लगाया।
साहसिक दृष्टिकोण : बिस्वाल निशा बिस्वाल ने कहा कि मोदी ने अपने भाषण में भारत-अमरीका की साझीदारी के अपने साहसिक दृष्टिकोण को सामने रखा। यह एशिया से लेकर अफ्रीका और हिंद महासागर से लेकर प्रशांत महासागर तक शांति, समृद्धि एवं स्थिरता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
भारत बड़ी शक्ति : वर्मा भारत में अमरीका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा ‘हम भारत को ऐसी प्रमुख और बड़ी शक्ति के तौर पर देखते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों को बरकरार रखते हुए तेजी से विश्व पटल पर छा रहा है।
तालमेल दोनों देशों के हित में : सिंह अमरीका में भारतीय राजदूत अरुण के. सिंह ने प्रधानमंत्री के दौरे को ‘ऐतिहासिक’ बताया। उन्होंने कहा, कांग्रेस में प्रधानमंत्री का संबोधन उस तथ्य का परिचायक था कि यह बढ़ता ताालमेल भारत और अमेरिका के हित में है।