हालांकि अन्य अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। बताया जा रहा है कि दो सैन्य वाहनों में तालिबान के कम से कम 10 हमलावर सेना की वर्दी में आए थे। इन हमलावरों ने गेट पर तैनात प्रहरियों से कहा कि वाहनों में घायल सैनिक हैं और उन्हें तुरंत अंदर पहुंचाया जाना जरूरी है इसलिए वे गेट खोल दें।
इसके बाद तालिबान हमलावरों ने रॉकेट चलित ग्रेनेड्स और स्वचलित रायफलों से अफगानी सैनिकों पर हमला किया। अफगानी सेना के प्रवक्ता नसरतुल्ला जमशीदी ने बताया कि यह हमला सैन्य ठिकाने में स्थित मस्जिद के नजदीक हुआ। उस वक्त सैनिक शुक्रवार की नमाज अदा कर रहे थे और अन्य सैनिक रात का भोजन कर रहे थे। हालांकि, अफगान सरकार ने इस हमले में मारे गए सैनिकों की संख्या की अभी तक पुष्टि नहीं की है।
अमरीकी सेना के प्रवक्ता कर्नल जोन थामस ने कल बताया था कि हमला कई घंटे तक चला और इस हमले में 50 से अधिक अफगानी सैनिक मारे गये हैं। तालिबान के प्रवक्ता जैबीउल्लाह मुजाहिद ने आज जारी एक बयान में कहा कि यह हमला उत्तरी अफगानिस्तान में तालिबानी नेताओं की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि पश्चिमी देशों के समर्थन से अफगानिस्तान सरकार तालिबानी विद्रोहियों और अन्य आतंकवादी समूहों के साथ जंग छेड़े हुए है।
नरेंद्र मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में सेना के शिविर पर हुए तालिबान आतंकवादियों के हमले की शनिवार को निंदा की। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मजार-ए-शरीफ में हुए इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। हमारी प्रार्थनाएं एवं संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने इस जघन्य कृत्य में अपनों को खोया है।