इसी के बीच उत्तर कोरिया के सैन्य अधिकारियों ने अमरीकी प्रतिबंध के बाद भी देश में परमाणु परीक्षण करने की धमकी देने के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें अमरीका पर परमाणु बम से हमला करते दिखाया गया है। हालांकि यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी साल 2016 में उत्तर कोरिया ने लास्ट चांस नाम से एक वीडियो को साझा किया था, जिसमें अमरीका के शहरों पर हमला करते दिखाया गया था।
नॉर्थ कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, उत्तर कोरिया में किम इल सुंग की पुण्यतिथि के अवसर पर मिलिट्री परेड के बाद एक वीडियो जारी किया गया। जिसमें उत्तर कोरिया ने अमरीका पर मिसाइल हमला कर दिया और वहां का शहर तबाह हो गया है। जिसके बाद तानाशाह किम जोंग उन उस वीडियो को देख हंसता है और वहां कार्यक्रम में मौजूद भीड़ तालियां बजा रही हैं।
तो वहीं अमरीका भी उत्तर कोरिया को लगातार चेतावनी दे रहा है कि अगर वह मिसाइल परीक्षण को नहीं रोकता है, तो उस सख्त कार्यवाई होगी। सीरिया के बाद अफगानिस्तान पर सबसे बड़े परमाणु बम गिराने के बाद अमरीका उत्तर कोरिया के प्रायद्वीप में अपना जंगी जहाज भेज चुका है। ऐसे में दोनों देश के बीच गहरी युद्ध की संभावना बनी हुई है। तो वहीं इस मामले पर उत्तर कोरिया का कहना है कि अगर अमरीका हमें उकसाने की कोशिश करेगा तो वह अमरीका पर परमाणु बम से हमला कर देगा।
तो वहीं इस मामले पर अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन कहना है कि उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए वह हर संभव कोशिश में लगे हैं। उप-राष्ट्रपति माइक पेंस ने भी इस मामले में अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि इस तानाशाह के पास इस तरह की शक्तियों का होना किसी भी मुख्य धारा के देश के लिए खतरे की दस्तक है।
तो उधर उत्तर कोरिया द्वारा नियमित तौर पर मिसाइल परीक्षण करने और अमरीका से संदिग्ध खतरे के मद्देनजर परमाणु हमला करने की चेतावनी के बाद चीन चिंतित नजर आ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा कि वे उन शब्दों और गतिविधियों का विरोध करते हैं जिनसे तनाव बढ़े।
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बयानबाजी से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव की स्थिति लगातार बढ़ रही है। उत्तर कोरिया ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निंदा होने और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के बावजूद हाल के वर्षों में अपने परमाणु और मिसाइल परीक्षणों की गति बढ़ा दी है।