पाक के विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने गुरुवार को कहा कि भारत का परमाणु कार्यक्रम तेजी से बढ़ रहा है जो कि दक्षिण एशियाई देशों की स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकता है। प्रेस को संबोधित करते हुए जकारिया ने कहा कि भारत को एनएसजी द्वारा असैनिक परमाणु कार्यक्रम के लिए मिली परमाणु ईंधनों और उपकरणों के इस्तेमाल पर पाक सालों से अपनी नजर बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर हमारी जानकारी कोई नई बात नहीं है। भारत शांतिपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति के नाम पर हासिल किए गए परमाणु सामग्री के जरिए घातक हथियार बना कर इसका लाभ उठा रहा है। उनका कहना कि भारत का इस तरह से परमाणु ऊर्जा का गलत फायदा उठाकर उसका दुरुपयोग एक गंभीर मसला है, जो दक्षिण एशिया के साथ- साथ पाकिस्तान की सुरक्षा पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
इस दौरान जकारिया ने अपने आरोपो को सही साबित करने के लिए हार्वर्ड केनेडी स्कूल की एक रिपोर्ट की ओर भी ध्यान खींचा। जिसमें कहा कि केवल इस रिपोर्ट में ही नहीं बल्कि अन्य रिपोर्टों में एनएसजी से भारत को मिले परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल पर सवाल किए गए हैं।
पाक के इस अधिकारी ने भारत की ओर से एनएसजी में सदस्यता की कोशिशों पर भी अपनी चिंता जाहिर की। जिसमें कहा कि दुनिया के कई जानकार और थिंक टैक इस मामले में भारत के खिलाफ अपनी राय जाहिर कर चुके हैं। ऐसे में परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह को भारत को इसमें जगह देने से पहले इससे होने वाले खतरों पर ध्यान देना चाहिए।
तो वहीं प्रेस को संबोधित करते हुए जकारिया ने कश्मीर का मामला भी उठाया। जहां आरोप लगाया कि कश्मीरियों के खिलाफ वहां साजिश रची जा रही है। जिसमे आरएसएस शामिल है। और उसके कैडर में शामिल गैर कश्मीरी लोग वहां की स्थानीय जनता को डराने धमकाने का काम कर रही है।