संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने बुधवार को न्यूयार्क में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उनके देश के प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय नेताओं के समक्ष परमाणु मामले में पाकिस्तान की स्थिति साफ कर दी है।
पाकिस्तान को यह सफाई भारत तथा पाकिस्तान के बीच युद्ध की अटकलों और उसके रक्षा मंत्री की इस चेतावनी के बीच देनी पड़ी है कि युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान परमाणु अस्त्रों का उपयोग कर सकता है।
मलीहा लोधी ने कहा कि परमाणु अस्त्रों पर रोक द्विपक्षीय होनी चाहिए। उन्होंने यह बात तब कही जब संवाददाताओं ने उनका ध्यान अमेरिका के विदेश मंत्री जान कैरी की परमाणु अस्त्रों पर नियंत्रण की सलाह की ओर आकृष्ट किया गया। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने भी अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि जान कैरी ने पाकिस्तान से अपने परमाणु अस्त्र कार्यक्रम पर नियंत्रण की आवश्यकता पर विचार के लिए कहा है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि लोधी तथा विदेश सचिव एजाज लोधी दोनों ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के बीच अभी तक युद्ध की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इस प्रकार की अफवाहें भारत की ओर से फैलाई जा रही है ताकि कश्मीर की ओर लोगों का ध्यान हटाया जा सके ।
उन्होंने यह बात स्वीकार की कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने भाषण में कश्मीर का कोई उल्लेख नहीं किया जबकि पाकिस्तान ने अमेरिका को कश्मीर घाटी के घटनाक्रम से पूरी तरह अवगत करा रखा है।
उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि कश्मीर मामले में अमेरिका की भी जिम्मेदारी है और उसे समस्या को हल करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए आगे आना चाहिए। अमेरिका ऐसा कब और किस तरह करेगा, यह निर्णय उसी को करना है।