पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आमिर लियाकत हुसैन ने बुधवार रात को भी बेचैनी महसूस की शिकायत की थी लेकिन अस्पताल जाना उन्होंने मुनासिब नहीं समझा। उनके कर्मचारी जावेद ने जानकारी दी कि गुरुवार सुबह लियाकत के कमरे से चीख-पुकार सुनाई दी थी। इसके बाद हुसैन के घरेलू कर्मचारियों ने उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया तो कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो उन्हें बेहोश पाया गया। इसके बाद तुरंत उन्हें पास के ही अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिन्ना अस्पताल भेज दिया है। इसके बाद शव को परिवार को सौंप दिया जाएगा।
पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिन्ना अस्पताल भेज दिया है। इसके बाद शव को परिवार को सौंप दिया जाएगा।
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