रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को अपने ईरानी व सीरियाई समकक्षों के साथ एक संयुक्त संवाददा सम्मेलन में कहा कि अमरीका ने मिसाइल हमला करके अंतर्राष्ट्रीय कानून तथा संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन किया है। साथ ही कहा कि हम सीरिया में चार अप्रैल को हुए रासायनिक हमले की निष्पक्ष, संतुलित व वस्तुनिष्ठ जांच पर जोर देते हैं, जिसका आरोप सीरिया की सरकार पर है।
लावरोव ने कहा कि तीनों देश संयुक्त राष्ट्र समर्थित रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के तहत विशेषज्ञों की बेहतरीन टीम से जांच कराए जाने पर सहमत हैं। तो वहीं रूस और ईरान ने सीरियाई सरकार द्वारा इस तरह के मिशन को स्वीकार करने के कदम की सराहना की। इस सम्मेलन में ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ और ईरान के विदेश मंत्री वालिद अल-मुआलेम भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि अमरीका ने सीरिया पर हुए रासायनिक हमले के बाद सात अप्रैल को सीरिया के होम्स प्रांत में सीरियाई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर 59 क्रूज मिसाइल दागे थे। जिसके लिए अमरीका ने सीरिया को दोषी ठहराया था। तो वहीं रुस का कहना है कि जब सीरियाई वायु सेना ने विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई की हो तो विद्रोहियों द्वारा एक स्थानीय डिपो में जमा किए गए रासायनिक हथियारों में विस्फोट हो गया होगा।
इस संवाददाता सम्मेलन में सीरिया के विदेश मंत्री मुआलेम ने एक बार फिर कहा कि उनकी सरकार के पास कोई रासायनिक हथियार नहीं है और इन्हें नष्ट किए जाने की पुष्टि ओपीसीडब्ल्यू से हो चुकी है। वहीं ईरान के विदेश मंत्री जारिफ ने कहा कि रासायनिक गैस हमले के आरोप को जितना जल्दी हो सके स्पष्ट किया जाना चाहिए।