गवर्नर सेहरी हैदाई ने बताया कि पूर्वी यूक्रेन के बिलोहीरीवका नामक गांव में स्थित स्कूल पर रूस ने बम गिराए। इस बमबारी में स्कूल का भवन बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। जमीदोंज हुए स्कूल के भवन के मलबे के नीचे 60 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है। गवर्नर ने बताया कि रूसी सेनाओं ने जिस स्कूल पर बमबारी की वहां यूक्रेन के युद्धग्रस्त लोगों ने शरण ले रखी थी।
#BREAKING 60 feared dead after school bombed in eastern Ukraine: governor pic.twitter.com/CQWGGr9XXW
— AFP News Agency (@AFP) May 8, 2022
मलबे के नीचे 60 लोगों के दबे होने की आशंका
समाचार एजेंसी एएफपी ने भी गवर्नर के हवाले से उक्त बमबारी की पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्कूल पर की गई बमबारी में भवन के ध्वस्त होने के साथ-साथ वहां आग लग गई। करीब चार घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद स्कूल में लगी आग पर काबू पाया जा सका है। मलबे के हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। लेकिन अंदाजा जताया जा रहा है कि मलबे को हटाने में दो-तीन दिन से ज्यादा का समय लग जाएगा। बताया जा रहा है कि ध्वस्त हुए स्कूल के पास से अभी तक दो लोगों की डेडबॉडी निकाली गई है। 30 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका है। लेकिन अभी भी 60 लोगों के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।
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रूस ने यूक्रेन का दावे का किया खंडन
वहीं दूसरी ओर रूस ने यूक्रेन के इस दावे को खारिज किया है कि रूस की ओर से यूक्रेन के उस स्कूल को निशाना बनाया गया जहां लोग शरण लिए हुए थे। उल्लेखनीय हो कि दोनों देशों के बीच दो माह से जारी इस विवाद में अभी हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। दर्जनों शहर बर्बाद हो चुके है। लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। इस जंग के कारण भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में महंगाई बढ़ी है। लेकिन यह जंग कब समाप्त होगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।